अमेठी में संघ की स्मृति को वॉकओवर देने की तैयारी

आशुतोष मिश्र, अमेठी। क्षेत्र में आरएसएस लगातार अपनी ताकत बढ़ाने में लगा है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में संघ की तीन सौ से अधिक शाखाएं वर्तमान में संचालित हो रही हैं। शायद यही वजह है कि राहुल गांधी अमेठी समेत पूरे देश में भाजपा से अधिक संघ पर हमलावर रहते हैं। संघ ही था जिसने आम चुनाव 2014 में राहुल गांधी के मुकाबले भाजपा के टिकट पर चुनावी रणभूमि में उतरीं स्मृति ईरानी के लिए कांग्रेस के सबसे मजबूत गढ़ अमेठी में जमीन तैयार की थी और उन्हें 23 दिन के प्रचार में ही तीन लाख से अधिक मत मिले थे। अमेठी-रायबरेली में कांग्रेस को मात देने की भाजपा की हसरत पुरानी है। वर्ष 2014 में अमेठी में संघ के सह सर कार्यवाह व भाजपा-संघ के समन्वयक डा. कृष्णगोपाल के कार्यक्रम के बाद भाजपा को मिले रिकार्ड मतों ने उम्मीद बढ़ा दी है। तब से लगातार संघ अपनी ताकत बढ़ाने में लगा है। अमेठी में संघ के इतिहास संकलन योजना के बालमुकुंद का जुड़ाव बना रहता है। चार साल पहले जिला प्रचारक दीनानाथ के समय संघ को गांव-गांव तक पहुंचाने का जो सिलसिला शुरू हुआ था, वह लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अमेठी संसदीय क्षेत्र को संघ ने तीन जिलों और तीन सौ से अधिक मंडलों में बांट रखा है। अमेठी-रायबरेली के साथ जगदीशपुर जिले में विभाजित अमेठी संसदीय क्षेत्र का आधे से अधिक भाग काशी तो बाकी बचा भाग अवध क्षेत्र में आता है। अमेठी में 45 मंडल में कुल 145 शाखाएं लगती हैं तो जगदीशपुर में संघ ने कुल 52 मंडल बना रखे हैं। यहां कुल 90 शाखाएं संचालित होती हैं। सलोन में भी इनकी संख्या 20 के पार है। संघ ने अपने स्वयंसेवकों से मिलने के लिए बाकायदा कार्यक्रम बना रखा है। सप्ताह में मंडली कार्यक्रम व माह में मिलन कार्यक्रम में सभी की आपस में मुलाकात होती है। इसमें संघ के बड़े पदाधिकारी भी शामिल होते हैं। अमेठी में हर साल प्राथमिक शिक्षा वर्ग का आयोजन होता है। इसमें नए स्वयंसेवकों को संघ से जोड़ा जाता है और उन्हें सात दिन का प्रशिक्षण दिया जाता है। अमेठी में संघ की सक्रियता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि वर्ष 2019 के आम चुनाव में संघ के स्वयंसेवकों से टक्कर लेने के लिए कांग्रेस सेवादल के सिपाहियों को मजबूत किया जा रहा है। अमेठी में सेवादल की जिला इकाई के पुनर्गठन के साथ ही प्रशिक्षण शिविर का भी आयोजन होने जा रहा है।