अयोध्या में उतरा राम राज्य: योगी की हुंकार

 

 

फैजाबाद। अयोध्या ने एक दिन पहले ही दीपावली मना ली। अपने तरह के अनूठे दीपोत्सव के मौके पर रामनगरी त्रेता युग की साक्षी बनी। राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दो केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा और केजे अल्फोन्स, दो डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा समेत उत्तर प्रदेश सरकार का लगभग समूचा मंत्रिमंडल रामभक्ति में सराबोर दिखा। पुष्पक विमान रूपी हेलीकाप्टर से प्रभु राम, सीता व लक्ष्मण का अवतरण हुआ। खुद राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने भगवान राम के स्वरूप का राज्याभिषेक किया।
दीपावली की पूर्व संध्या पर रामकथा पार्क में आयोजित भव्य दीपोत्सव एवं श्रीराम राज्याभिषेक समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम मंदिर से पहले केंद्र की मोदी सरकार की मदद से अयोध्या का नवनिर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि समूची कार्ययोजना बन चुकी है। इसके अनुरूप केंद्र व प्रदेश सरकार मिल कर चार चरणों में राम की नगरी को विश्व स्तर के पर्यटन हब के रूप में विकसित करेंगे। समूचे विश्व के रामभक्तों को बदली हुई नई अयोध्या की सौगात आने वाले समय में मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रथम चरण में 133 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया जा रहा है। जल्द ही रामनगरी को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। अगले वर्ष से प्रतिवर्ष यहां आयोजित होने वाले रामायण मेले का नजारा भी बदले जाने की तैयारी है। इसे और भव्य स्वरूप देते हुए मुस्लिम देश इंडोनेशिया समेत विश्व के करीब 12 देशों की रामलीला का मंचन आयोजित होगा।
पूरी तरह रामभक्त के रूप में नजर आ रहे मुख्यमंत्री ने अयोध्या से विपक्षियों पर भी करारे प्रहार किए। उन्होंने कहा कि यूपी में पिछले 15 वर्षों के रावणराज का अंत हो चुका है और अब आज से रामराज्य लाये जाने की शुरुआत हो रही है। योगी ने बिना सपा व बसपा की पूर्व की सरकारों का नाम लिए हुए कहा कि रावणराज में जाति, धर्म, परिवार और क्षेत्र के आधार पर भेदभाव किया जाता था। अब हम इसे पूरी तरह से खत्म कर रहे हैं।