इस मुहूर्त में पूजन पर होगी धनवर्षा

डेस्क। इस बार दीपावली पर महासंयोग बन रहा है। तीन ग्रहों का दुर्लभ संयोग और छोटी-बड़ी दीवाली एक साथ। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो यह दुर्लभ संयोग 1521 में बना था जो हमको शनिवार को उपलब्ध होगा। दीप पर्व पर गुरु ग्ह अपनी स्वराशि धनु और शनि अपनी स्वराशि मकर में रहेगा। लक्ष्मी जी का स्व: ग्रह शुक्र कन्या राशि में होगा। लक्ष्मी पूजन के समय स्वाति नक्षत्र होगा। इन ग्रहों के संयोग से दिवाली सुख शांति समृद्धि प्रदान करेगी लेकिन स्वास्थ्य के प्रति सभी को अभी सचेत रहना होगा। पांच पर्वों का दिवाली पर्व इस बार चार पर्व में सिमट गया। छोटी और बड़ी दिवाली शनिवार को ही होगी। सवेरे छोटी दिवाली का पूजन होगा और सायंकाल श्रीलक्ष्मीजी के पूजन के साथ दीप पर्व। छोटी और बड़ी दिवाली एक साथ 499 साल बाद एक साथ आई है। धनतेरस के अगले दिन दिवाली एक अद्भुत संयोग है।
शनिवार को प्रात: काल से चतुर्दशी दोपहर 2.18 तक रहेगी। यानी छोटी दिवाली ( नरक/ रूप चतुर्दशी) का पूजन इसी समय तक हो सकता है। हनुमान जयंती भी इसी काल तक करनी होगी। उसके बाद अमावस्या का प्रारम्भ हो जाएगा।