उप्र सरकार ने 46 विभूतियों को सम्मानित किया यश भारती पुरस्कार से

yash bharti picलखनऊ मार्च। उप्र सरकार ने सोमवार को 46 विभूतियों को यश भारती पुरस्कार से सम्मानित किया। यश भारती पुरस्कार में 11 लाख रुपये के चेक के साथ प्रशस्ति पत्र तथा शॉल देकर विभूतियों को सम्मानित किया गया। पुरस्कार पाने वालों को प्रदेश सरकार हर महीने 50 हजार रूपये का मानदेय भी देती है। इसके लिए अलग से आवेदन करना होता है।
मुख्यमंत्री ने सभी विभूतियों को सम्मानित किया।  मुख्यमंत्री ने कहा कि  सभी यश भारती पाने वाले लोगों को बँधायी और आप पर हमको गर्व है की आप लोगों ने केवल यूपी का भी बल्कि देश का नाम रोशन किया , नेता जी ने इस अवॉर्ड को देने का काम किया था उसको हम आगे बढ़ा रहे हैं , एक समय था जब इसको रोक दिया गया था लेकिन हमें जनता ने मौक़ा दिया और हमने फिर से शुरुआत की , इस यश भारती अवॉर्ड से मैसेज साफ़ साफ़ देश विदेश में जा रहा है की यूपी में किस किस तरह की प्रतिभा है.समारोह में मौजूद सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री की प्रमुख सचिव अनिता सिंह ने लोगों की मदद से सूची तैयार की थी। फिर यदि कुछ लोग छूट गए तो उन्हे आगे यशभारती दे दिया जाएगा। यशभारती पाने वालों की सूची शानदार है।  बेहद ख़ुशी है की यश भारती देने का काम हो रहा है , बड़े बड़े विद्वान और अलग अलग विधा के लोगों के लिए कोई बड़ा सम्मान नहीं था इस लिए मैंने इसकी शुरुआत की ,क्योंकि जो लोग प्रतिभावान है उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होती है , जअधिकारीयो को भी रखना चाहिए , जो अधिकारी अच्छा काम कर रहे हैं ,, सूची अनिता जी ने तैयार किया है तो जो लोग वंचित रह गए हैं उनको अगली सूची में नाम आएगा , हमारे देश के किसान जितना मेहनत करते हैं उतना कोई नहीं करता है , किसान , साहित्यकार , कवि इनसे प्रेणना मिलती है , यही सब सोच कर हमने इस सम्मान की शुरुआत की थी. मुलायम सिंह ने कहा कि इस अवॉर्ड को देने में अधिकारियों ने बहुत मेहनत की है , लेकिन अनिता सिंह जी ने अगुवाई की इस सूची की ,
सभी यश भारती अवॉर्ड पाने वाले लोगों को बँधायी
लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया लॉ यूनिवर्सिटी के अंबेडकर हाल में इस समारोह का आयोजन संस्कृति विभाग ने किया था। यश भारती से सम्मानित विभूतियों को 11 लाख रुपये का चेकए प्रमाण पत्र तथा स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। इसके साथ ही इस पुरस्कार को पाने वाले सभी लोगों को 50 हजार रुपए महीना आजीवन पेंशन भी मिलेगी। इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यादव भी मौजूद थे।

सम्मानित हस्तियां

1-प्रो.इरफान हबीब, 2-डॉ.नरेश त्रेहन, 3-उस्ताद गुलाम मुस्तफा खां, 4-सुधीर मिश्रा, 5-अनुराग कश्यप, 6-प्रो.अशोक चक्रधर, 7-सुरभि रंजन, 8-अरुणिमा सिन्हा, 9-अंकित तिवारी, 10-अपर्णा कुमार, 11-प्रो.रविकांत, 12-गुलशन भारती, 13-डॉ.टी प्रभाकर, 14-स्थवी अस्थाना, 15-राजू श्रीवास्तव, 16-हेमंत शर्मा, 17-अनवर जलालपुरी, 18-रूद्र प्रताप सिंह ‘सीनियर’, 19-सीमा पुनिया, 20-जगबीर सिंह, 21-डॉ.नाहीद आबिदी, 22-मेजर अशोक कुमार सिंह, 23-कमला श्रीवास्तव, 24- अभिन्न श्याम गुप्ता, 25-सुनील जोगी, 26-सुनील कुमार राणा, 27-गिरिजा शंकर, 28-विजय सिंह चौहान, 29-गोपाल चतुर्वेदी, 30-अनुज चौधरी, 31-नवाज देवबंदी , 32- वजीर अहमद खां, 33-चक्रेश कुमार जैन, 34-नरेंद्र सिंह राणा, 35-इकबाल अहमद सिद्दीकी, 36-कुमकुम आदर्श, 37-लालजी यादव, 38-डॉ.सुभाष गुप्ता, 39-इमरान खान, 40-मधुकर त्रिवेदी, 41-सुधा सिंह (अनुपस्थित), 42-दिनेश लाल यादव निरहुआ, 43-मनु कुमारी पाल, 44-अलीम उल्लाह खां, 45-सर्वेश यादव व 46-विशाल भारद्वाज।