एक हाईवे ऐसा जिसने पूरे गांव की औरतों को बना दिया विधवा

highways_roadsफीचर डेस्क। आपने कई खतरनाक सड़कों का नाम सुना होगा, लेकिन आज हम आपको जिस हाईवे के बारे में बताना जा रहे हैं वो सबसे खतरनाक। इस हाईवे को मौत का हाईवे के नाम से जाना जाता है। यह हाईवे उत्तरी और दक्षिणी भारत को आपस में जोड़ता है। इस हाईवे के आसपास रहने वाले कबिलायाई इलाके के लोगों की मौत इस हाईवे की वजह से हो रही है। तेलंगाना के महबूबनगर जिले का पेड्डाकुंता गांव इसी हाईवे के पास पड़ता है, इस गांव की पहचान आसान है क्योंकि इससे हाईवे के विधवाओं के गांव के का नाम से जाना जाता है। पूरे गांव में एक वयस्क पुरुष बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, गांव में 35 झोपडिय़ां हैं, जिनमें केवल वयस्क पुरुष बचा है। इसके अलावा 37 पुरुषों की मौत हो गई और अन्य तीन ने अपनी अच्छाई के लिए गांव छोड़ दिया। बाकी इस गांव में महिलाएं और बच्चे बचे हैं। गांव में रहने वाले लोगों का कहना है कि हमें किसी भी काम के लिए सड़क के उस पार जाना होता है, इसमें से कई तो वापिस लौट ही नहीं पाते। सबसे दुखदायी मौत तो कुछ महीने पहले हुई थी। पड़ोस के गांव का एक व्यक्ति एक सरकारी दफ्तर में हाईवे की वजह होने वाली मौत के बारे में याचिकादेने गया था। लेकिन लौटते वक्त हाईवे पर उसकी भी मौत हो गई। रह गईं बस विधवाएं गांव में अब सभी विधवा महिलाएं हीं रह गई हैं। इन महिलाओं के पास आमदनी का कोई स्रोत नहीं है। इनका कहना है कि मीडिया में जैसे ही हमारे बारे में कोई खबर आती है तो नेता और अधिकारी हमसे मिलने आते हैं, लेकिन हमारी कोई सहायता नहीं करता। हाईवे बनने से पहले एक सर्विस लेने बनाने की भी बात कही गई थी, लेकिन वह अभी तक नहीं बन पाई है। यह सर्विस लेन पैदल चलने वाले लोगों के लिए बनाई जा रही थी। अब मजबूरन लोगों को सड़क पार करके दूसरी तरफ जाना पड़ता है। गांव वालों को अपने हर काम के लिए सड़क के दूसरी तरफ जाना पड़ता है। जिले का सबसे गरीब गांव एक गांव के केवल पांच बच्चे ही पड़ोसी गांव के स्कूल में पढऩे जाते हैं। इस बारे में लोगों का कहना है कि उन्हें लौटने में थोड़ी सी भी देरी हो जाती है तो उन्हें चिंता सताने लगती है। पहले यहां पर हाईवे आया, जिसने हमें केवल मौत दी। इसके बाद हमारे यहां फैक्ट्री आई। हमें पानी, नौकरी और अस्पताल का वादा किया गया था। लेकिन मिला कुछ भी नहीं। अब गांव की यह स्थिति है कि यह गांव जिले का सबसे गरीब गांव है। महिलाएं खाने और आमदनी के लिए वेश्यावृति कर रही हैं। उनका कहना है कि हमारे पास आमदनी का कोई स्रोत नहीं है, ऐसे में हमें खाने के लिए मजबूरत ऐसा करना पड़ रहा है।