कोरोना संक्रमण: प्रशासन ने शुरू की चाक-चौबंद व्यवस्था

श्यामल मुखर्जी/दिनेश शर्मा, गाजियाबाद। दिल्ली में संक्रमण बढऩे के बाद अब जिले में भी संक्रमण की रोकथाम के लिए गंभीरता बरती जा रही है। अब अगर 50 मीटर के दायरे में 3 मरीजों की पुष्टि होती है तो आसपास के 100 घरों की जांच की जाएगी । इसके लिए क्लस्टर भी बनाया जाएगा । अभी सबसे अधिक मामले इंदिरापुरम क्षेत्र,चिरंजीव विहार और शास्त्री नगर क्षेत्र में मिल रहे हैं। एक दिन में इंदिरापुरम क्षेत्र में 35 से 40 मरीजों की पुष्टि हो रही है। अस्पताल में जाने वाले हर मरीज की जांच होगी। दिल्ली जाने वालों को कोरोना संक्रमण का ज्यादा खतरा है। प्रयास किए जा रहे हैं कि दिल्ली गाजियाबाद सीमा पर चेक पोस्ट बनाकर दिल्ली से आने वाले लोगों की रेंडम जांच की जाए। इसके लिए योजना बनाई जा रही है। सीमाएं सील करना फिलहाल संभव नहीं है। जल्दी ही दिल्ली से जुडऩे वाले सभी रास्तों पर मेडिकल टीमों को तैनात किया जाएगा। उन्हें प्रतिदिन का लक्ष्य दिया जाएगा जिससे दिल्ली में फैले संक्रमण के प्रभाव को जिले में कम किया जा सके । इसके अलावा अब अस्पताल आने जाने वाले हर मरीज की कोरोना जांच की जाएगी । वह इलाज कराने प्राइवेट अस्पताल में जा रहा हो या किसी सरकारी अस्पताल में जाए । यह योजना दिल्ली में पहले से ही चल रही है । शासन की ओर से संक्रमण के नियंत्रण के लिए नए दिशा निर्देश दिए गए हैं ऐसे में छोटे कंटेनमेंट जोन बनाकर लोगों के जांच के निर्देश दिए गए हैं । जांच नहीं कराने पर लोगों के घर मोबाइल बैन भेजी जाएगी । वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं । इसके लिए विभिन्न माध्यमों से संक्रमित व्यक्तियों को खोजा जा रहा है जिससे जल्द से जल्द उनको भर्ती किया जा सके। इसके लिए शासन की ओर से विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं । इसमें शहरी क्षेत्र में बढ़ रही संक्रमण दर पर नियंत्रण के लिए योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं वहीं एक विशेष योजना के साथ सर्विलांस,संवेदीकरण और सेंपलिंग के निर्देश दिए गए हैं जिसमें एक स्थान पर 24 घंटे के भीतर कम से कम 3 लोगों में कोरोना की पुष्टि होने पर उस क्षेत्र के न्यूनतम 100 घरों के लोगों की कोरोना जांच होगी। कोरोना जांच के बाद उस क्षेत्र के संक्रमण दर की स्थिति का भी आकलन करना है । स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार वर्तमान में शहरी क्षेत्र में संक्रमण दर ग्रामीण क्षेत्रों की अपेक्षा काफी अधिक है वहीं आबादी अधिक होने के कारण संक्रमण बढऩे का खतरा भी अधिक रहता है इसलिए सर्विलांस के साथ कोरोना जांच भी आवश्यक है ।