चरण वंदना पड़ी मंहगी: माया ने काटा टिकट

bsp mayaलखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया को अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं हैं। नये साल पर मायावती का आशीर्वाद लेने की फोटो फेसबुक पर पोस्ट करने का खामियाजा अलीगढ़ के अतरौली से घोषित प्रत्याशी संगीता चौधरी को मंहगा पड़ गया है। पार्टी ने उनका टिकट काट दिया है।
बसपा की अतरौली प्रत्याशी संगीता चौधरी नववर्ष पर नई दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष मायावती से मिलने पहुंचीं थी। इस अवसर पर उन्होंने मायावती का पांव छूकर आशीर्वाद लिया। उनके साथ उनके बच्चे भी थे। कुछ दिन बाद संगीता ने यह गोपनीय तस्वीरें फेसबुक पर पोस्ट की दीं। फोटो सोशल मीडिया पर आने का बड़ा खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। छह महीने पहले ही संगीता चौधरी को प्रत्याशी घोषित किया गया था। इसके पहले उनके पति व ग्लोबल ग्रुप के सीएमडी धर्मेद्र चौधरी को प्रत्याशी बनाया था, मगर बीते वर्ष 10 जनवरी को उनकी हत्या हो गई तो घरेलू महिला के बावजूद संगीता को चुनाव का ऑफर दिया गया। बीती 12 जुलाई को उन्हें प्रत्याशी घोषित किया गया था। इत्तफाक से धर्मेद्र की पहली पुण्यतिथि (10 जनवरी) के दिन ही संगीता का टिकट कट गया।
पार्टी के अलीगढ़-आगरा मंडल के जोनल कोआर्डिनेटर सुनील चित्तौड़ ने कहा संगीता चौधरी ने अनुशासनहीनता की है। पार्टी की रिपोर्ट भी उनके खिलाफ थी। उनका टिकट काट दिया गया है। अभी दूसरे उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है।
संगीता को काफी महंगा पड़ा
बसपा प्रत्याशी संगीता चौधरी को पार्टी अध्यक्ष मायावती के पांव छूकर आशीर्वाद लेने वाली इन तस्वीरों को सार्वजनिक करना इतना महंगा पड़ जाएगा। इसकी उन्हें सपने में भी कल्पना न थी। बीते हफ्ते ही बहनजी से मिलने गई थीं। दोनों बच्चे भी साथ थे। यही दोनों तस्वीरें सार्वजनिक हो गईं। अमूमन बसपा अध्यक्ष के घर कोई कैमरा लेकर नहीं जा सकता, लेकिन संगीता चौधरी को विशेष अपनापन देते हुए मायावती ने फोटो लेने की भी इजाजत दे दी। इसके बाद भी तस्वीरें साझा करके संगीता ने अपने ही पांव कुल्हाड़ी मार ली। फेसबुक पर पोस्ट तस्वीरें सोशल मीडिया और फिर मीडिया तक पहुंच गईं। पार्टी हाईकमान ने इसे बेहद गंभीरता से लिया। पार्टी के नेताओं ने यह भी शिकायत की थी कि संगीता गोपनीय बैठकें सार्वजनिक कर देती हैं। पिछले दिनों बसपा के कुछ नेता उनके घर शिष्टाचार भेंट को पहुंचे तो इसकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर छा गई थीं। गलतियां इतनी भारी पड़ जाएंगी, संगीता चौधरी इसका अंदाजा नहीं लगा सकीं।
पति थे प्रत्याशी
बसपा ने संगीता से पहले उनके पति धर्मेंद्र चौधरी को प्रत्याशी बनाया था। 10 जनवरी को बदमाशों ने गोलियों से भून डाला तो सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया था। इसकी गूंज विधानसभा तक हुई थी। बसपा के जोनल कोआर्डिनेटर सुनील चित्तौड़ ने 12 जुलाई 2015 को अतरौली में भव्य सम्मेलन के बीच संगीता को प्रत्याशी घोषित किया था।