जनता के प्रति संवेदनहीन हो चुकी है अखिलेश सरकार: कांग्रेस

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लखनऊ। कांग्रेस ने अखिलेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बुन्देलखण्ड एवं पश्चिमी उप्र के दर्जनों जनपदों सहित पूरे प्रदेश में सूखे के चलते जहां किसान दाने-दाने को मोहताज हो रहे हैं और भुखमरी की कगार पर हैं वहीं प्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार सैफई महोत्सव के रंगारंग कार्यक्रमों में व्यस्त है और गरीब जनता की गाढ़ी कमाई को पानी की तरह बहा रही है। प्रदेश सरकार आम जनता के प्रति पूरी तरह संवेदनहीन हो चुकी है।
प्रदेश कांग्रेस के कम्युनिकेशन विभाग के वाइस चेयरमैन वीरेन्द्र मदान ने कहा कि विडम्बना तो यह है कि एक तरफ जहां पूरे प्रदेश में किसान भुखमरी की मार झेल रहा है वहीं प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार और उसके मुखिया सैफई महोत्सव में करोड़ों खर्च कर जश्न मनाने में मशगूल हैं। अच्छा तो यह होता कि प्रदेश सरकार सैफई महोत्सव में पानी की तरह धन बर्बाद करने के बजाय प्रदेश के पीडि़त किसानों एवं उनके परिवारों का पेट भरने के लिए इस धन का उपयोग करती।
मदान ने कहा कि एक तरफ प्रदेश में सूखे से प्रभावित जिलों के किसान प्रदेश की समाजवादी पार्टी की किसानों के प्रति उपेक्षात्मक रवैया एवं प्रशासनिक उदासीनता के चलते अपना और अपने परिवार का पेट भरने के लिए दर-दर भटकने के लिए मजबूर हैं। अभी तक किसानों को आर्थिक मुआवजा तक नहीं मिल सका है। स्थिति यह है कि प्रदेश के बुन्देलखण्ड के कुछ जिलों के किसानों को इस भीषण सर्दी में भूखे रहकर दिन काटना पड़ रहा है।
गन्ना किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा न होने के कारण अपनी फसल को औने-पौने दामों पर बिचौलियों के हाथों बेंचने को मजबूर है क्योंकि न तो अभी तक पिछले बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान किसानों को मिल पाया है वहीं इस वर्ष अभी तक चीनी मिलों को गन्ना किसानों द्वारा बेंचे गये करोड़ों रूपये के गन्ने का एक पाई भी चीनी मिलों द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा न होने के चलते भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिससे गन्ना किसान दोहरी मार झेल रहा है। मदान ने आरोप लगाया कि इसके पूर्व भी वर्ष 2013 में जब मुजफ्फरनगर में साम्प्रदायिक दंगे में एक समुदाय के हजारों परिवारों को बेघर होना पड़ा था उस समय भी समाजवादी पार्टी और प्रदेश सरकार वालीवुड के सितारों के साथ सैफई महोत्सव में जश्न मना रही थी।