जानिए क्यों मकर संक्रांति इस बार है खास

makarफीचर डेस्क। मकर संक्रांति के पर्व से सभी शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे। इस बार संक्रांति का पर्व खास है। क्यों कि कई सालों पर ये नक्षत्र पड़ रहा है। वहीं इस बार शनिवार को पडऩे वाली संक्रांति के चलते भी ये पर्व कई मायनों में महत्वपूर्ण हो जाता है। ज्योतिषविधियों की मान्यता है कि इस दिन दान पुण्य करने से कई जन्मों के कष्ट दूर हो जाते हैं। जानिए इस बार क्या रहेगा संक्रांति पर्व में समय जो आपके देगा फलदायी परिणाम।
14 जनवरी को मनेगी संक्रांतिमकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी दिन शनिवार को होगा। ज्योतिषाचार्य संजय पांडे बताते हैं कि मकर राशि में सूर्य के प्रवेश को मकर संक्रांति का पर्व कहा जाता है। इसके साथ सूर्य उत्तरायण हो जाते हैं। इस दिन सूर्य अपने पुत्र शनि की राशि मकर में प्रात: 7:39 बजे आ जाएंगे। जो 12 फरवरी 20:38 शाम तक रहेंगे। बाद में कुंभ राशि में रहेंगे। इसलिए दो महीने सूर्य अपने पुत्र शनि की राशि मकर और कुंभ में रहेंगे। मकर से कर्क राशि तक सूर्य देव उत्तरायण रहते हैं और सिंह राशि से धनु राशि तक दक्षिणायन रहते हैं।
करें सूर्य की उपासनाइस दिन सूर्य की उपासना करने से कई कष्ट दूर हो जाएंगे। सूर्य को जल अर्पित करें। इससे शारीरिक उर्जा में बढ़ोत्तरी होगी। वहीं तिल की मिठाइयां दान करेन ने रोगों का नाश होगा। ज्योतिष में मकर संक्रांति पर्व का विशेष महत्व माना गया है। जल में गंगाजल व तिल डालकर स्नान करें। गंगा स्नान का पुण्य लाभ मिलेगा। कई सालों के बाद मकर संक्रांति शनिवार की पड़ रही है। यह अदभुत संयोग है। 14 जनवरी को मकर संक्राति से सभी शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे।