जानिये, लोग भोजन के बाद क्यों खाते हैं सौंफ, पान और इलायची

health-tipsहेल्थ डेस्क। स्वस्थ शरीर के लिए पाचन का सही होना जरूरी है। यदि पाचन तंत्र में कोई गड़बड़ी होती है तो शरीर में कई तरह की समस्याएं सामने आती हैं। मसलन गैस्ट्रिक, एसिडिटी, कब्ज, डायरिया, अपच, बदहजीम आदि। कुछ घरेलु नुस्खों को अपनाकर पेट को गैस और अपच से छुटकारा दिला सकते हैं। खाना खाने के बाद कुछ चीजों के सेवन से पाचन में काफी सहायता मिलती है। साथ ही, ये माउथ फ्रेशनर का भी काम करता है।
-एक कप पानी में सौंफ, इलायची और अदरक व एक चुटकी हींग अच्छी तरह से मिक्स करें। पेट में गैस बनने से रोकने के लिए हर बार खाना खाने के बाद एक टुकड़ा अदरक चबाना न भूलें।
– कब्ज की समस्या होने पर सौंफ का सेवन करें। सौंफ का सेवन पाचन और कब्ज से निजात दिलाने में काफी मददगार है।
– अगर आपके मुंह से हमेशा बदबू आती रहती है तो आप इलायची का ज्यादा इस्तेमाल करें। इलायची मुंह की बदबू हटाने में सबसे कारगर साबित होती है और इलायची व पुदीनायुक्त पान चबाने से भी मुंह की बदबू से निजात मिलती है।
– खाना खाने के बाद इलायची का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद तत्व खाने को पचाने में मदद करते हैं। साथ ही इसके रासायनिक गुण की वजह अंदरुनी जलन में भी राहत मिलती है। अगर आपको लगातार उल्टी जैसा महसूस हो रहा हो तो भी आप छोटी इलायची का इस्तेमाल कर सकते हैं।
– इलायची के रासायनिक गुण शरीर में मौजूद फ्री-रेडिकल और दूसरे विषैले तत्वों को दूर करने का भी काम करता है। इससे रक्त भी साफ होता है।
-कफ की समस्या होने पर अदरक युक्त चाय पिएं। इसका सेवन करने से ठंड की वजह से गले में खराश और कफ की समस्या से निजात मिलती है। मधु के साथ अदरक के छोटे टुकड़े को चबाकर भी इसमें आराम मिलता है।
-पान कई बीमारियों का नाश करता है। यदि आप केवल पान के पत्ते का इस्तेमाल करते है तो यह काफी लाभकारी हो सकता है। इसे खानें से गंभीर से गंभीर बीमारियों से निजात मिल सकता है। इसमें कई तरह के एंटीसेप्टिक गुण छिपे हैं।
– पान के पत्ता का वैसे माउथ फेशनर की तरह इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन इसे चबाने से हमारें लिए कापी फायदेमंद हो सकता है। जब हम इसे चबा कर खाते है तब हमारी लार ग्रंथि पर असर पड़ता है। इससे सलाइव (ह्यड्डद्यद्ब1ड्ड) लार बनने में मदद मिलती है। जो हमारी पाचन तंत्र के लिए बहुत ही जरुरी है। अगर आपने भारी भोजन भी कर दिया है उसके बाद आप पान खा लें। इससे आपको भोजन आसानी से पच जाएगा।
– पान के पत्तों में कई ऐसे यौगिक होते हैं जो सांसों में बदबू को खत्म करता है। इसके अलावा पान में लौंग, सौंफ, इलायची जैसे विभिन्न मसाले मिलने से ये एक बेहतरीन माउथ-फ्रेशर भी बन जाता है।
– अगर आपको मसूड़ों में गांठ, सूजन जा फिर खून आ रहा हो तो इसके लिए पान के पत्तों को पानी में उबालकर उन्हें मैश कर लें। इन्हें मसूड़ों पर लगाने से खून बहना बंद हो जाता है।
– पान के पत्ते के रस को गैस्ट्रोप्रोटेक्टिव गतिविधी के लिए भी जाना जाता है जिससे गैस्ट्रिक अल्सर को रोकने में मदद मिलती है।
– इसका आयुर्वेद में बाल तोड़ फोड़े-फुंसी के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। पान के पत्ते गरम करके उसमें आरंडी का तेल लगाकर फोड़े पर लगाने से आराम मिलता है।
– पान के पत्ते के डंठल को आरंडी के तेल में मिलाकर खाने से कब्ज से राहत पाई जा सकती है। इसके अलावा पान के पत्ते के साथ फ्लैक्सीड, त्रिफला और नींबू के सेवन से भी कब्ज का इलाज किया जा सकता है।
– यह पेट के लिए किसी औषधि से कम नहीं। इसके लिए पानी या दूध के साथ आधा चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर पीएं। एक कप पानी में दालचीनी का एक स्टिक उबालकर छानकर पी सकती हैं। सिरका अपच और गैस के इलाज में बेस्ट रहता है। एक गिलास हल्के गरम पानी में दो चम्मच विनेगर पीने से भी राहत मिलती है।
– सौंफ का इस्तेमाल हर घर में किया जाता है। रेस्तरां और दूसरी जगहों पर खाने के बाद सौंफ दिया जाता है। घरों में इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से मसाले के तौर पर किया जाता है। सौंफ में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी होते हैं। सौंफ का सबसे बड़ा फायदा तो यह है कि यह याददाश्त बढ़ाता है। सौंफ में कैल्शियम, सोडियम, आयरन और पोटैशियम जैसे कई खनिज तत्व पाए जाते हैं।
– खाली पेट सौंफ खाने से खून साफ होता है और त्वचा में चमक आती है। अगर आपके मुंह से दुर्गंध आती है तो नियमित रूप से दिन में तीन से चार बार आधा चम्मच सौंफ चबाएं।
– सौंफ खाने से आंखों की ज्योति भी बेहतर होती है। आप चाहें तो इसे मिश्री के साथ भी ले सकते हैं।