जेल से बाहर आने के लिए बेकरार है डॉन बजरंगी

Munna-Bajrangiलखनऊ। माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी राजधानी में अपने साले पुष्पजीत की तेरहवीं में शााुमल होने विकासनगर सेक्टर-3 स्थित उनके घर पैरोल पर आया था। झांसी जेल से राजधानी आकर उसने बताया कि वह बाहर आकर सक्रिय पॉलिस्टिक्स में उतरेगा। शाम 6 बजे उसे कड़ी सुरक्षा में वापस झांसी जेल ले जाया गया। वहीं डॉन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जल्द ही चुनाव से पहले जेल से बाहर आ जाऊंगा।
माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी ने अपने साले पुष्पजीत की हत्या को लेकर पुलिस की जांच पर पूरा भरोसा जताया है। अपने साले की तेरहवीं पर पहुंचे डॉन के राजधानी आते ही एसटीएफ और क्राइम ब्रांच ने अकेले में उससे काफी देर तक बातचीत की।मुन्ना बजरंगी ने बताया कि उनका प्रयास रहेगा कि वह जुलाई या अगस्त में बाहर आएगा। इसके बाद सक्रिय होकर राजनीती में उतरेगा। फिलहाल उनकी पत्नी सीमा सिंह के लिए कई राजनीतिक दलों से विधायकी के टिकट की बात चल रही है। मुन्ना बजरंगी की दुश्मनी के चलते उन्हें कड़ी सुरक्षा में साले की तेरहवीं कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राजधानी लाया गया था। उसकी सुरक्षा में 3 सब इंस्पेक्टर और 17 कांस्टेबल झांसी से साथ आए थे। इन्हें बंद गाड़ी से लाया गया था। इसके अलावा लखनऊ में एक कम्पनी पीएसी के जवान मोर्चा संभाले हुए थे। इसके साथ ही एसटीएफए क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस भी मौजूद थी।
घर में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति की तलाशी ली जा रही थी। इससे पहले डॉन को 16 मार्च को पुष्पजीत के दसवीं में राजधानी लाया गया था। वहीं, कोर्ट का आदेश था लखनऊ जेल में रखने का लेकिन पुलिस उसे झांसी ले गई। पुलिस सूत्रों की मानें तो डॉन को 16 मार्च से 18 मार्च तक राजधानी में साले की दसवीं और तेरहवीं के दौरान लखनऊ जेल में रखा जाना था। आदेश पालन में जब उसे 16 मार्च को लखनऊ जेल ले जाया गया तो वहां सुरक्षा कारणों से उसे रखने से जेल प्रशासन ने मना कर दिया। इसके बाद बाराबंकी और फैजाबाद के जेल प्रशासन ने भी डॉन को रखने में असमर्थतता जता दी। इसके बाद डॉन को वापस झांसी जेल ले जाया गया, वहीं से उसे शुक्रवार को राजधानी लाया गया था।