टाटा इन्स्टीट्यूट आॅफ सोशल साइंस सिखायेगी चिकनकारी

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लखनऊ । उप्र कौशल विकास मिशन तथा टाटा इन्स्टीट्यूट आॅफ सोशल, मुम्बई के साझा  प्रयास से चिकनकारी में मास्टर ट्रेनर के प्रशिक्षण व सर्टीफिकेशन कार्यक्रम की कार्यशाला शुरू हो गई है। कार्यशाला यूपीएसडीएम तथा टाटा इन्स्टीट्यूट आफ सोशल साइन्सेस (टिस) की 3 चरणों में की जाने वाली संयुक्त परियोजना, जिसका उद्देश्य कौशल विकास तथा महत्वपूर्ण उद्योगों पुर्नस्थापन है, की परिणति है। इसका प्रथम चरण स्किल गैप स्टडी के रूप में नवम्बर 2014 में द्वितीय चरण पाठ्यक्रम विकास के रूप में फरवरी-मार्च 2015 में सम्पन्न हुआ। इसके साथ यह अन्तिम चरण मास्टर ट्रेनर के प्रशिक्षण के रूप में जनवरी 2016 में किया जा रहा है।   आयोजन राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, अलीगंज में 19 से 23 जनवरी के मध्य किया जा रहा है। कार्यशाला के मुख्य अतिथि के रूप में डीएम लखनऊ राजशेखर ने अपने उद्घाटन भाषण में उप्र कौशल विकास मिशन, टाटा इन्स्टीट्यूट आॅफ सोशल, मुम्बई तथा सेवा – लखनऊ को इस नूतन प्रयास के लिए बधाई दी तथा इसे उत्तरोत्तर उ0प्र0 के पर्यटन से सम्बन्धित तथा लखनऊ को एक विश्वस्तरीय नगर के रूप में विकसित करने के लिए मुख्यमंत्री उप्र के प्रयासों की कड़ी के रूप में सराहना की।मिशन निदेशक  आकाश दीप ने जहां तकनीकी के माध्यम से शिल्पकारों के क्षमता विकास किये जाने पर जोर दिया, वहीं पद्मश्री सुश्री रूना बनर्जी ने इस प्रकार के नूतन प्रयासों को निरन्तर चलाये जाने को प्रोत्साहित करने तथा प्रशिक्षित शिल्पकारों को सरकार के माध्यम से सेवायोजित करने की कामना व्यक्त की । टाटा इन्स्टीट्यूट आॅफ सोशल, मुम्बई (टिस) के प्रो0 डी0के0 श्रीवास्तव ने बताया कि यह प्रशिक्षण युवाओं के सशक्तीकरण व उनका भविष्य उज्जवल बनाने हेतु अवसर उपलब्ध कराने के टिस के विजन का हिस्सा है।