ट्रकों के चक्काजाम से बढ़ेंगी मुसीबत और कीमतें

लखनऊ। अनिश्चितकालीन देशव्यापी ट्रकों का चक्का जाम दूसरे दिन भी जारी रहा। केंद्र सरकार और ट्रांसपोर्ट यूनियन के बीच शनिवार को वार्ता नहीं हो सकी। ऐसे में ट्रांसपोर्ट संगठन भी आर पार की लड़ाई के मूड में हैं। हालांकि ट्रक हड़ताल का रोजमर्रा के सामानों पर बहुत असर नहीं दिख रहा है। लेकिन हड़ताल जारी रहा तो सामान महंगे होने लगेंगे। शनिवार को अन्य राज्यों से लखनऊ आने वाले एक हजार छोटो बड़े व्यवसायिक वाहनों का संचालन ठप रहा।
ऑल इंडिया मोटर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता जगदीश गुप्त अग्रहरि ने बताया कि प्रदेश के पूर्वी जनपदों में चक्का जाम पूरी तरह सफल रहा। लखनऊ गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन व ट्रक ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन व टोटा के पदाधिकारियों ने चक्का जाम को पूरी तरह से सफल बनाने में जुटे रहे। ट्रक एण्ड ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश सिंह चौहान ने बताया कि शनिवार को रायबरेली और उन्नाव के ट्रक आपरेटरों को हड़ताल में शामिल किया गया। ट्रक ऑपरेटर्स तीन दिनों तक सब्जियों, फलों और जीवनदायिनी दवाओं का स्टाक बनाकर रखा है। यही वजह है अब ट्रक ऑपरेटर्स ने रोजमर्रा सामनों की बुकिंग बंद कर दी है। ऐसे में रविवार तक सब्जी और दवाओं की आपूर्ति जारी रहेगी। उसके बाद इन सामानों पर भी असर दिखना शुरू हो जाएगा। राजधानी में आने वाले सामानों जूता, कपड़े, भवन निर्माण सामग्री, अनाज, स्टेशनरी, आटा, तेल और घी की सप्लाई प्रभावित हो रही है। कई जगह रास्ते में इनके भरे हुए ट्रक खड़े हैं तो कई जगह से रवाना नहीं हुए। राजधानी से ही रोजाना एक हजार ट्रक माल लेकर आस-पास के जनपदों में सप्लाई करते है। ऐसे में इनका चक्का जाम होने से अब लोगों का काम प्रभावित होना शुरू हो गया है। ट्रांसपोर्टनगर में ट्रांसपोर्टर यूनियनों की बैठक शनिवार को बुलाई गई। बैठक में राजेश सिंह चौहान ने कहा कि रविवार को सरकार की नीति के विरोध में ट्रक आपरेटर बाइक रैली निकालेंगे। और सरकार की मनमानी रवैये को जनता के सामने रखेंगे। अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहने की दशा में सोमवार को हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर सरकार के विरोध में प्रदर्शन होगा।