नीतीश की शपथ: सुशील मोदी साफ

पटना। जदयू प्रमुख नीतीश कुमार आज शाम साढ़े चार बजे सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल होने के लिए पटना पहुंच रहे हैं। अब यह कयास लगाए जाने लगे हैं कि नीतीश कुमार के साथ कौन-कौन मंत्री पद की शपथ लेगा।
नई सरकार में पिछली सरकार के एक दर्जन मंत्री नहीं होंगे। दो कपिल देव कामत (जदयू) और विनोद कुमार सिंह (भाजपा) का निधन हो चुका है। जबकि शेष दस चुनाव हार गए हैं। इनमें जदयू के आठ और भाजपा के दो मंत्री शामिल हैं। भाजपा के सुरेश शर्मा और ब्रजकिशोर वहीं जदयू के कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, जयकुमार सिंह, शैलेश कुमार, लक्ष्मेश्वर राय, संतोष निराला, खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद, रमेश ऋषिदेव, रामसेवक सिंह भी हार गए हैं। विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक नई सरकार के इस पहले शपथ ग्रहण समारोह में जो नेता शपथ लेंगे उनमें छह जदयू, छह भाजपा और एक-एक हम और वीआईपी से होंगे। कयासों पर भरोसा करें तो सीएम समेत 14 नेताओं के शपथ की भी चर्चाएं हैं। ऐसी स्थिति में भाजपा और जदयू से छह-छह लोगों का शपथ होगा। बताया गया कि शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में होगा। जानकारी के अनुसार जदयू से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री जबकि बिजेन्द्र प्रसाद यादव मंत्री, वीआईपी से मुकेश सहनी जबकि हम प्रमुख जीतन राम मांझी के पुत्र एमएलसी डॉ. संतोष सुमन मंत्री पद की शपथ लेंगे। वहीं, भाजपा से तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी का शपथ लेना तय माना जा रहा है। अगर अधिक की संख्या पर मुहर लगी तो भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार, नंदकिशोर यादव, मंगल पांडेय, जदयू के श्रवण कुमार, नरेन्द्र नारायण यादव, महेश्वर हजारी आदि भी शपथ ले सकते हैं। इसके अलावा एक-दो नाम चौंकाने वाले भी हो सकते हैं। तीन दशक से अधिक समय से बिहार भाजपा के बड़े चेहरे के रूप में स्थापित रहे सुशील कुमार मोदी पहली बार राज्य सरकार में शामिल नहीं होंगे। रविवार को एनडीए विधानमंडल दल की बैठक के बाद उन्होंने ट्वीट कर खुद इसके संकेत दिए। उपमुख्यमंत्री पद से हटाये जाने के पार्टी नेतृत्व के फैसले से वे थोड़े निराश भी दिखे। अपने ट्वीट में उन्होंने एक ओर आभार जताया तो दूसरी ओर यह भी कहा कि पद रहें या न रहें, कार्यकर्ता का पद कोई नहीं छीन सकता।