नेताजी की डेथ मिस्ट्री: पत्नी एमिलि के लेटर से खुलते हैं राज

letter of amili
कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा सार्वजनिक की गईं नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी गोपनीय फाइलों में मौजूद एक दस्तावेज कई सवाल पैदा कर रहा है। यह मई 1946 का एक गुप्त पुलिस मेमो है, जिसमें एक लेटर का जिक्र है। यह लेटर  नेताजी की पत्नी एमिलि शेंकल ने वियना से नेताजी के बड़े भाई सरत चंद्र बोस को भेजी थी। हालांकि इस लेटर का निचला हिस्सा फटा हुआ है, जिससे सवाल उठने लगे हैं कि क्या नेताजी की पत्नी मानती थी कि 1945 में हुए विमान हादसे में उनकी मौत हो गई थी?
इस लेटर का निचला हिस्सा फटा हुआ है, हालांकि इससे ऐसा संकेत मिलता है कि सुभाष चंद्र बोस की पत्नी भी मानती थी कि नेताजी की मौत हो चुकी है। लेकिन यह भी सवाल उठता है कि क्या किसी ने जानबूझ कर लेटर को इस तरह फाड़ा था। पैरलेल लाइव्स के लेखक, इतिहासकार और अशोका यूनिवर्सिटी के कुलपति रुद्रांशू मुखर्जी हालांकि ऐसा नहीं मानते।
वह कहते हैं कि असल में उस पुलिस मेमो में कहा गया है कि उस लेटर में उन्होंने (शेंकल ने) खुद को बोस की विधवा बताया था और कहा था कि वह विमान हादसे में नेताजी की मौत से सदमे में हैं। हां, लेटर का निचला हिस्सा जरूर फट गया है। लेकिन यह जानबूझ कर किया गया, नहीं मालूम होता है। पुराने दस्तावेजों के साथ ऐसा कटना फटना तो लगा ही रहता है। नेताजी के रिश्तेदार और नेताजी रीसर्च ब्यूरो के प्रमुख कृष्णा बोस कहते हैं, वह एमिली शेंकल से मिले हैं। वह कहते हैं एमेली चाची ने हमें बताया था कि वह वियना में अपने घर की रसोई में काम कर रही थी, तभी अचानक रेडियो पर घोषणा हुई कि भारतीय द्रोही सुभाष चंद्र बोस की विमान दुर्घटना में मौत हो गई। हम जानते हैं कि उस वक्त और बाद में उन्होंने जरूर इस बात को हकीकत मान ली, लेकिन उन्हें हमेशा उम्मीद लगी रहती थी नेताजी कभी लौट आएं। यह तो स्वाभाविक सी बात हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, एमिली और नेताजी की मुलाकात बर्लिन में 1941 में हुई थी और दोनों ने 1942 में शादी कर ली थी। एमिली ने एक पत्र में यह भी बताया था कि नेताजी और उनकी शादी हिंदू रीति-रिवाजों के साथ जर्मनी में हुई थी, लेकिन शादी का पंजीकरण नहीं हो पाया।