नोटबंदी: टूटने लगा जनता का सब्र का बांध, कई जगह मारपीट

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लखनऊ। नोट बंदी को एक माह बीत गया, लेकिन नकदी संकट से निजात नहीं मिली। बैंकों के पास पर्याप्त नकदी नहीं है और एटीएम बंद हैं या उनमें नकदी नहीं डाली जा रही। लाइन में लगकर थक रहे लोगों का गुस्सा फूट रहा है। दैनिक जीवन की आवश्यकताओं के लिए भी तरसना पड़ रहा है। वेतन निकल नहीं रहा और लेनदेन न होने से कारोबार बुरी तरह प्रभावित है। प्रदेश में आज भी कई स्थानों पर हंगामा, जाम, मारपीट व तोडफ़ोड़ की घटनाएं हुईं। वहीं नोटों का अभाव लोगों की जान पर बन आया है। आज शनिवार, कल रविवार और फिर सोमवार को बैंक बंद रहेंगे। मंगलवार को हालात बदतर होने की आशंका से इन्कार नहीं है। तस्वीरों में देखें-नोटबंदी पर पूर्वांचल में बढ़ता आक्रोश, जाम
राजधानी लखनऊ में नोटबंदी के ठीक एक माह बाद बैंकों में नकदी की उपलब्धता में सुधार दिखा। अधिकांश बैंकों में छोटे-बड़े नोट पर्याप्त मात्रा में रहे। पांच सौ के नए नोट आने से लोगों को बड़ी राहत मिली। अगले तीन दिन अवकाश होने का असर भी शुक्रवार को बैंकों में देखने को मिला। अंबेडकरनगर में बैंक ऑफ बड़ौदा की पतौना शाखा में नकदी न होने के कारण लोगों ने तालाबंदी कर विरोध प्रदर्शन किया। सीतापुर में नाराज सैकड़ों खाता धारकों ने सड़क जाम कर हंगामा काटा। सुलतानपुर के बंधुआकला में ग्रामीण बैंक में पैसा नहीं मिलने पर क्षुब्ध उपभोक्ताओं ने हाईवे जाम कर दिया। लखीमपुर में सिकंद्राबाद, मूड़ासवारान, फूलबेहड़ की बैंकों में कैश न होने से आक्रोशित खाताधारकों ने हाइवे जाम कर प्रदर्शन किया। श्रावस्ती में भी बैंक प्रबंधक को बंधक बनाकर ग्राहकों ने हंगामा किया।
गाजीपुर में सुबह ए बनारस संस्था के लोगों ने मछोदरी स्थित एक बंद एटीएम की उतारी आरती। सदस्यों ने डमरू बजाकर अन्य एटीएम में भी नोट पहुंच जाने की भोलेनाथ से प्रार्थना की। पूरी व्यवस्था को घेरे में लेते हुए मशीन पर पुष्पांजलि भी अर्पित की। गोरखपुर जनपद के पूर्वांचल बैंक की शाखा गुलरिहा में सुबह छह बजे से लाइन लगाए ग्राहकों ने सुबह 11 बजे गोरखपुर-महाराजगंज मार्ग जाम कर दिया। बस्ती जनपद के पूर्वांचल बैंक की बिशेषरगंज शाखा में कैश न मिलने से नाराज खाताधारको ने राम जानकी मार्ग जाम कर दिया। इसी तरह से सिद्धार्थनगर जनपद के सेंट्रल बैंक की तिलौली शाखा से दो दिनों से पैसा न मिलने से नाराज ग्राहकों ने बांसी-बस्ती मार्ग पर जाम लगा दिया। महराजगंज में भी लोगों ने शिकारपुर-घुघली मार्ग जाम किया। देवरिया ग्राहकों ने देवरिया-गोरखपुर मार्ग जाम कर दिया। उन्नाव, कानपुर देहात, फतेहपुर, फर्रुखाबाद, कन्नौज, औरैया, इटावा तथा हरदोई के अलावा बांदा, चित्रकूट, महोबा, उरई तथा हमीरपुर में भी लोग अधिकांश बैंकों में करेंसी न होने पर निराश हैं। कानपुर में अधिकांश एटीएम में नो कैश का नोटिस चस्पा है। शहर के कुल 1174 एटीएम में महज तीस फीसद से रुपये निकल रहे थे। एटीएम से से सिर्फ 2000 रुपये के नोट निकल रहे थे। उधर सभी बैंक प्रबंधन 90 फीसद से अधिक एटीएम चलने का दावा कर रहे थे। किसी एटीएम में ताला लगा हुआ था तो किसी का शटर आधा गिरा हुआ था, कुछ आउट आफ सर्विस बता रहे थे तो किसी की स्क्रीन ही बंद पड़ी थी। कुछ एटीएम जिनमें रुपये थे लेकिन सर्वर की रफ्तार सुस्त थी। इलाहाबाद में 95 फीसदी एटीएम बंद रहे। ज्यादातर बैंकों में दोपहर बाद सन्नाटा पसर गया।