पठानकोट जांच मामले में पाकिस्तान के जवाब का इंतजार

shareef uwajनई दिल्ली। पठानकोट वायु सेना स्टेशन पर आतंकी हमले मामले में पाकिस्तान जाकर जांच करने के संबंध में एनआईए ने एक पत्र भेजा है। सूत्रों का कहना है कि एनआईए ने गृह मंत्रालय को इस संदर्भ में एक पत्र भेजा है, जिसे पाकिस्तान भेजना है।

सूत्रों ने बताया कि एनआईए पठानकोट हमले के मास्टरमाइंड जैश ए मोहम्मद सरगना मौलाना मसूद अजहरए उसके भाई अब्दुल रऊफए शहिद लतीफ और कासिफ जान समेत कुछ अन्य लोगों के बयान दर्ज करना चाहती है।

गौरतलब है कि 27 से 31 मार्च के बीच पाकिस्तान की जेआईटी ने इस मामले की जांच के लिए भारत का दौरा किया था। उन लोगों ने नई दिल्ली में एनआईए के अधिकारियों के साथ बैठकें की थी। इतना ही नहींए उनको पठानकोट एयर फोर्स बेस भी जाने दिया गया।

एक एनआईए अधिकारी ने बताया कि उन लोगों को पठानकोट जांच मामले में पाकिस्तान के जवाब का इंतजार है। विदेश सचिव स्तर की वार्ता में एनआईए के पाकिस्तान जाकर जांच करने के मामले पर चर्चा हुई थी, अब हमलोगों ने पाकिस्तान दौरे के लिए एक पहला औपचारिक अनुरोध किया है। आगे के संवाद के लिए पाकिस्तान को एक पत्र गृह मंत्रालय को भेजा जा रहा है।

पिछले महीने गृह राज्य मंत्री हरीभाई पार्थीभाई चौधरी ने राज्यसभा में कहा था कि पाक जेआईटी को सूचित किया गया है कि एनआईए की एक टीम पठानकोट हमले की जांच के लिए पाकिस्तान आना चाहती है।

चौधरी ने बताया था कि पाक जेआईटी के साथ बातचीत इस शर्त के साथ हुई थी कि एनआईए को भी वैसी ही अनुमति मिलनी चाहिए। उनके अनुसारए पाक जेआईटी ने पूरा सहयोग देने का वादा किया था। एनआईए अधिकारी ने बताया कि भारत सरकार इस मामले में पाकिस्तान के संबंधित विभाग के संपर्क में है।

लेटर्स रोगेटरी किसी भी विदेशी कोर्ट से किसी भी तरह की कानूनी मदद के लिए औपचारिक अनुरोध है। लेकिन 7 अप्रैल को पाक उच्चायुक्त अब्द्ल बासित ने कहा था कि यह जांच पारस्परिक आदान प्रदान का नहीं है बल्कि सहयोग जांच की मुख्य बात है न कि पारस्परिक आदान प्रदान।