पर्यटन मंत्रालय और ईको-टूरिज्म सोसाइटी के बीच समझौता

pib15 mar

नई दिल्ली। जिम्मेदार और टिकाऊ पर्यटन को अगले स्तर तक ले जाने की अपनी प्रतिबद्धता के मद्देनजर आज यहां पर्यटन मंत्रालय ने भारत की ईको-टूरिज्म सोसाइटी (ईएसओआई) के साथ एक समझौता-दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। पर्यटन सचिव विनोद जुत्शी की मौजूदगी में समझौता दस्तावेज पर पर्यटन मंत्रालय के संयुक्त सचिव सुमन बिल्ला और ईएसओआई के मानद अध्यक्ष स्टीव बोर्जिया ने हस्ताक्षर किए।
पर्यटन मंत्रालय और ईएसओआई ने दो वर्ष पहले यह प्रक्रिया शुरू की थी, जब दोनों ने मिलकर एसटीसीआई (सस्टेनेबल टूरिज्म क्राइटेरिया फॉर इंडिया) को नियमबद्ध करके प्रकाशित किया था और कार्यशालाओं के जरिए उसे मैदानी स्तर तक पहुंचाया था। आशा की जाती है कि इस समझौते के बाद जिम्मेदार और टिकाऊ पर्यटन में विकास होगा और मंत्रालय की कार्ययोजना की प्रतिबद्धताएं पूरी होंगी। पर्यटन मंत्रालय की पहल पर 2008 में ईएसओआई का गठन एक लाभ न कमाने वाले संगठन के रूप में किया गया था ताकि देश भर के पर्यटन उद्योग में पर्यावरण के मद्देनजर जिम्मेदार और टिकाऊ पर्यटन को प्रोत्साहन दिया जा सके। अपने गठन के 8 वर्षों के दौरान ईएसओआई ने सेवा प्रदाताओं और स्थानीय सरकारी अधिकारियों को जागरुक बनाने तथा उन्हें शिक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस संबंध में अबतक देशभर में 13 कार्यशालाएं आयोजित की गईं। ईएसओआई केंद्रीय और राज्य सरकारों तथा संबंधित संस्थानों और व्यक्तियों के साथ मिलकर काम करती है ताकि जिम्मेदार पर्यटन से संबंधित नीतियों, पहलों और गतिविधियों को समर्थन दिया जा सके। पर्यटन मंत्रालय ने नीतिगत दिशा-निर्देशों, आचार-संहिता और टिकाऊ पर्यटन के लिए नैतिक व्यवहार के विकास के संबंध में ईएसओआई को आधिकारिक रूप से अपना साझेदार घोषित किया है। इसके तहत भारत पर्यटन एवं सत्कार, यातायात, उड्डयन आदि क्षेत्रों में विश्व गंतव्य के रूप में विकसित होगा। उक्त समझौता दस्तावेज में पर्यटन मंत्रालय ने देशभर में एसटीसीआई पहलों के लिए ईएसओआई को मान्यता दी है। इस संबंध में ईएसओआई, एसटीसीआई के संबंध में 10 वर्षीय रोडमैप तैयार करेगा, जिसके तहत देशभर के हितधारकों के साथ क्षेत्रीय कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। हितधारकों के साथ परामर्श करके ईएसओआई, एसटीसीआई दिशा-निर्देशों के तहत टूर/ ट्रैवल ऑपरेटर्स के लिए प्रमाणीकरण करेगा।