पूर्वांचल के डॉन पर योगी की गाज

गाज़ीपुर/मऊ। लगातार तीसरे दिन भी मुख्तार अंसारी गैंग पर पुलिस की कार्रवाई जारी रही। मुख्तार अंसारी गैंग के कई ठेकेदारों के सरकारी जमीन से अवैध कब्जा हटाने और शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने के बाद अब अंसारी के परिवारवालों पर प्रशासन की नजर टेढ़ी हो गई है। प्रशासन ने मुख्तार से जुड़े 10 शस्त्र लाइसेंस को निरस्त कर दिया है।
मुख्तार अंसारी के सगे भाई सिगबतुल्लाह अंसारी के तीन शस्त्र और उनके पीए मिसबाहुद्दीन के दो शस्त्र, दूसरे निजी सचिव जाकिर हुसैन विक्की का एक शस्त्र और मुख्तार अंसारी के पार्टी कौमी एकता दल से चुनाव लड़े चुके उनके करीबी विक्रम अग्रहरी का एक शास्त्र उनके दूसरे करीबी अलाउद्दीन के दो शस्त्र एवं अबू फकर का एक लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। निलंबित 10 शस्त्र लाइसेंस में से उनके भाई सिगबतुल्लाह अंसारी सहित आठ शास्त्रों के लाइसेंस निलंबन के साथ ही पुलिस ने कब्जे में लेकर संबंधित थानों में जमा करा चुकी है। बाकी निलंबित दो शस्त्र लखनऊ में किसी शस्त्र की दुकान पर जमा है, जिनको कब्जे में लेने के लिए पुलिस की टीम लखनऊ के लिए रवाना हो गई है। वहीं मुख्तार अंसारी से संबंधित प्रॉपर्टीज की एसडीएम और सीओ ने जांच कर रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी है। इसी क्रम में सदर कोतवाली क्षेत्र के एक होटल और एक गोदाम प्रशासन द्वारा जांच की गई। दोनों प्रॉपर्टी मुख्तार अंसारी के करीबियों की बताई जा रही हैं। अभी दो दिन पूर्व ही मुख्तार अंसारी के करीबियों के अवैध हाट मिक्स प्लांट को बुलडोजर से प्रशासन ने ध्वस्त करा दिया था।
मऊ जिले में मुख्तार अंसारी गैंग के फरार चल रहे इनामिया शातिर अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर मऊ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि सघन छापेमारी के दौरान मुख्तार अंसारी गैंग के फरार तीन अपराधी जिनपर पच्चीस हजार का इनाम घोषित था, को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार किए गए अपराधियों में झमकू सिंह, समर बहादुर और महेंद्र चौहान शामिल हैं। वहीं 31 मई को थाना सरायलखंसी में यूपी गैंगस्टर ऐक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था, इसमें गैंग लीडर सऊद अब्बासी के साथ सुरेश सिंह, धीरज राय और कुल 13 अभियुक्त थे, जिसमें एक ग्यारह अभियुक्तों पर पच्चीस हजार का इनाम घोषित किया गया था।