बोले कांग्रेसी: प्रियंका यू आर विनर एंड प्यूचर

अमृतांशु मिश्र, लखनऊ। दादी इंदिरा की तरह काम करने की शैली ने आज प्रियंका को उनसे मिल रहे तमाम बड़े कांग्रेसी नेताओं ने इंदिरा जी के पुराने दिनों की याद दिलाकर आर्शीवाद दिया कि केन्द्र में मोदी सरकार के वापस नहीं आने का कारण बिटिया प्रियंका तुम्ही होगी। आशीष देने वाले लोगों में पंडित राम कृष्ण द्विवेदी और श्याम सुंदर आदि जैसे तमाम बड़े दिग्गज थे। इन सभी ने कहा कि प्रियंका यू आर विनर।
नजरें लक्ष्य पर। कोशिश चुनाव साधने की। चुनौती बिखरे संगठन को एकजुट रखने की। सहज-आत्मीय माहौल। चेहरे पर मुस्कान। कोई तल्खी नहीं। धीमी आवाज और बातचीत एकदम अपनों जैसी, लेकिन सवाल ऐसे कठोर कि प्रियंका की पाठशाला में बड़ों-बड़ों को माघ के महीने में पसीना छूट गया। आम कार्यकर्ता में उम्मीद जगी है कि अब जमीन पर काम करने वालों के दिन बहुरेंगे। सबको एक ही संदेश-बूथ स्तर तक मेहनत करो, सब मिलकर लोकसभा चुनाव जिताओ। दादी जैसी कार्यशैली की छाप छोड़ रहीं प्रियंका रोड शो के दूसरे दिन मंगलवार को दोपहर 1.30 बजे से भोर में 5.15 तक लगातार बैठक कर प्रियंका गांधी ने एक इतिहास तो रच ही दिया। आज तक प्रदेश कांग्रेस दफ्तर में यूपी प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव तो दूर कोई प्रदेश अध्यक्ष तक इतनी देर नहीं बैठा। बैठक से पहले लंच में थोड़ा सादा भोजन किया। उसके बाद कुछ नहीं। सिर्फ बैठक दर बैठक। कांग्रेस की युवा विधायक आराधना मिश्रा मोना भी सुबह उनके साथ ही कांग्रेस दफ्तर से निकलीं। गर्वभरे स्वर में कहती हैं, मुझे खुद तो नहीं मालूम, लेकिन बड़े लोग बता रहे हैं कि इंदिराजी ऐसे ही काम करती थीं। इंदिराजी की झलक देखने वालों की फेहरिस्त काफी लंबी है। प्रदेश के गृह मंत्री रहे पं. गोपीनाथ दीक्षित की बेटी और सक्रिय महिला नेता आरती बाजपेयी बताती हैं कि प्रियंका का चलने, बात करने, बैठने, कपड़े पहने का तरीका सब दादी जैसा है। विधायक मोना को ही नहीं आम कार्यकर्ता बृजेन्द्र कुमार सिंह (गोण्डा) को भी प्रियंका में दादी इंदिरा की झलक दिखती हैं। दो दिन में करीब डेढ़ दर्जन लोकसभा सीटों की बैठक हो चुकी हैं और एक भी बैठक में उन्होंने अपना आपा नहीं खोया। तब भी नहीं, जब एक बैठक में शहर अध्यक्ष पर 12 लाख रुपये लेने का आरोप लगा या पदाधिकारियों के मुंह पर कार्यकर्ताओं ने संगठन में अपनी गोटें बिठाने, हवा-हवाई लोगों को टिकट देने, जमीनी कार्यकर्ताओं को कोई पद न देने जैसे आरोप लगाए। माहौल को नियंत्रित करते हुए बड़ी शालीनता और सहजता से बोलीं, पार्टी को मिलकर मजबूत करोगे। जो प्रत्याशी देंगे, उसे जिताओगे? उनका पूछना होता है और माहौल शान्त, सब हामी भरने लगते हैं। अमेठी संसदीय क्षेत्र से आये कार्यकर्ताओं ने बताया कि दीदी ने कुछ टिप्स दियें हैं जिसपर हम सभी कार्यकर्ताओं को काम करना है। कार्यकर्ताओं ने बताया कि कांग्रेस सरकार की कुछ योजनाओं को लेकर भी चर्चा की गयी जिसको प्रचार-प्रसार गांव-गांव तक करना है।