भाजपा और सरकार में हो सकता है बड़ा फेरबदल

amit shah

नई दिल्ली,21 मई (आरएनएस)। केंद्र सरकार व भाजपा संगठन में इस माह के अंत तक व्यापक फेरबदल होने की संभावना है। वहीं पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की नई टीम की घोषणा भी एक सप्ताह के भीतर हो सकती है।
केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल और भाजपा की नीति निर्धारक इकाइयों में बदलाव को लेकर चल रहे कयासों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और वित्त मंत्री अरुण जेटली से विचार-विमर्श किया। केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल के असम के मुख्यमंत्री बनने व कुछ मंत्रियों के संगठन में आने की संभावनाओं को देखते हुए केंद्रीय मंत्रिपरिषद में भी फेरबदल की संभावना जताई जा रही है। समझा जा रहा है कि फेरबदल में लगभग एक दर्जन मंत्री प्रभावित हो सकते हैं। हालांकि भाजपा के एक पदाधिकारी ने कहा कि राजनीतिक हालात पर शीर्ष नेता समय समय पर मिलते रहते हैं। अमित शाह के इस साल की शुरुआत में दूसरी बार अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में बदलाव अभी नहीं हुए हैं। गौरतलब है कि असम के बाद भाजपा के लिए अगली बड़ी परीक्षा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव हैं। साल 2014 के आम चुनाव में पार्टी ने इस राज्य की 80 में से 73 लोकसभा सीटें जीती थीं. अगर 2017 विधानसभा चुनाव में पार्टी यहां अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाती है तो इसका असर अगले लोकसभा चुनाव पर पडऩे की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश के आगामी चुनावों और उसके बाद 2019 की तैयारियों के लिए भाजपा अभी से तैयारी शुरू करने जा रही है। संगठन में होने वाली नई नियुक्तियां इसी को ध्यान में रखकर की जाएंगी। यानि प्रवक्ताओं की टीम को मजबूती देने व संगठन के काम को आगे बढ़ाने के लिए सरकार से तीन से चार मंत्री संगठन में आ सकते हैं। इसी तरह संगठन से भी एक या दो नेताओं को सरकार में जगह दी जा सकती है।
यूपी से और बन सकते हैं मंत्री
भाजपा के लिए अगले साल होने वाला उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव बेहद अहम है। शायद इसीलिए मोदी कैबिनेट के फेरबदल में उत्तर प्रदेश से नए चेहरे शामिल राज्य से मोदी कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या बढ़ाने की तैयारी चल रही है। मोदी सरकार में कैबिनेट में फेरबदल को लेकर मंथन शुरू हो गया सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में यूपी के कुछ और सांसद मोदी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं। इसी को लेकर पीएम और गृहमंत्री के बीच भी चर्चा हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लोकसभा में उत्तर प्रदेश के ही प्रतिनिधि हैं। यूपी से पहले से ही सबसे ज्यादा राजनाथ सिंह समेत लोकसभा से 11 मंत्री हैं। यूपी के राज्यसभा से भी दो मंत्री हैं। भाजपा के लिए उत्तर प्रदेश कितना महत्व रखता है इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि अमेठी से हारने वाली स्मृति ईरानी भी मंत्री हैं।