भेल ने बनाया रिकार्ड: 15059 मेगावाट परियोजनाओं को किया चालू

bhel-logoनई दिल्ली। बिजली के भारी उपकरण बनाने वाली सरकारी कंपनी भारत हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड (भेल) ने वित्त वर्ष 2015-16 के दौरान 15059 मेगावाट की परियोजनाओं को चालू कर एक नया रिकॉर्ड कायम किया। इस दौरान उसने पिछले पांच साल में सर्वाधिक ऑर्डर प्राप्त करने की उपलब्धि भी हासिल की। कंपनी ने गुरुवार को फौरी परिणाम भी जारी किया जिसमें उसने बताया कि उसे 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष में 877 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ, जबकि 2014-15 में उसे 1419 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।
पिछले वित्त वर्ष के दौरान भेल की ओर से आपूर्ति और स्थापित किए गए 15059 मेगावाट के उपकरणों ने बिजली का उत्पादन शुरू किया जिसे मिलाकर कंपनी के उपकरणों से उत्पादित बिजली की क्षमता 170 गीगावाट को पार कर गई है। पिछले वित्त-वर्ष के दौरान देश में कुल 13061 मेगावाट क्षमता के उपकरणों ने उत्पादन शुरू किया जो अब तक सर्वाधिक तथा 2014-15 की तुलना में 59 प्रतिशत अधिक है। भेल ने बारहवीं पंचवर्षीय योजना के दौरान क्षमता बढ़ाने का 94 प्रतिशत लक्ष्य चार वर्ष में ही पूरा कर लिया है।
भेल के एक प्रवक्ता के अनुसार बाजार में कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद कंपनी ने 2015-16 में 38529 करोड़ रुपए के ऑर्डर हासिल किए, यह पिछले पांच वर्ष में सर्वाधिक तथा 2014-15 के मुकाबले 42 प्रतिशत अधिक है। इस साल 31 मार्च वित्त वर्ष समाप्त होते समय कंपनी के पास 110000 करोड़ रुपए से अधिक के ऑर्डर थे। पिछले वित्त वर्ष के दौरान कंपनी पर्यावरण के अनुकूल सुपर क्रिटिकल सेट की आपूर्ति करने वाली अग्रणी कंपनी के रूप में उभरी। इस दौरान देश भर में चालू किए गए सुपर क्रिटिकल सेटों में 55 प्रतिशत भेल के हैं, जिनकी कुल क्षमता 4140 मेगावाट है।
इस वर्ष के दौरान 810 मेगावाट की पनबिजली परियोजनाएं चालू हुईं, यह पिछले 11 वर्ष में सर्वाधिक है। आंकड़ों के अनुसार, कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष के दौरान कुल 26702 करोड़ रुपए का कारोबार किया तथा उसे 877 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। हालांकि, अंतिम तिमाही में 396 करोड़ रुपए के मुनाफे के कारण उसका नुकसान कुछ कम रहा।