मायावती ने मुस्लिम समाज को चेताया: न बनें कठपुतली

mayawati

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने नववर्ष सन् 2016 के अवसर पर समस्त देशवासियों व ख़ासकर उत्तर प्रदेश में सर्वसमाज के लोगों को दिली मुबारकबाद एवं हार्दिक शुभकामनायें दी हैं।
नये वर्ष-2016 के कल से आगमन की पूर्व संध्या पर आज यहां जारी एक बयान में मायावती ने कहा कि वैसे तो हमारे लिये कर्म ही जीवन है और खासकर बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का जीवन संघर्ष की बी.एस.पी. मूवमेन्ट के लिये सतत् प्रेरणा का श्रोत है, फिर भी कुदरत से प्रार्थना है कि नया वर्ष आप सभी लोगों के जीवन में सुख, शान्ति व सम्पन्नता लेकर आये और साथ ही देश भर के गरीबों, उपेक्षितों व अन्य शोषितों के जीवन में भी ख़ुशी व ख़ुशहाली आये।
परन्तु इस मौके पर मैं खासकर अपरकास्ट के गरीबों, दलितों, पिछड़ों व धार्मिक अल्पसंख्यकों में विशेष तौर से मुस्लिम समाज के लोगों से यह कहना चाहती हूँ कि इन उपेक्षित व शोषित वर्गों के लोगों को अपना जीवन-स्तर बेहतर बनाने अर्थात् सत्ता की मास्टर चाभी प्राप्त करके अपना उद्धार स्वयं करने हेतु आगे बढ़कर कड़ा संघर्ष करना होगा व साथ ही अपना भविष्य सवांरने के लिये अच्छी सूझ-बूझ भी अपनानी होगी, क्योंकि विभिन्न विरोधी पार्टियों की सरकारें किस प्रकार से इन लोगों के साथ छलावा करती रही हैं वह अब किसी से भी छिपा नहीं रहकर पूरी तरह से जग-ज़ाहिर हो चुका है।
इस मामले में ख़ासकर उत्तर प्रदेश के लोगों को नये वर्ष में पूरी जी-जान व कड़ी मेहनत करके आने वाले विधानसभा आमचुनाव की तैयारी करनी होगी, ताकि वर्तमान सपा सरकार की गऱीब, किसान, मज़दूर, दलित, पिछड़े, अपरकास्ट व मुस्लिम समाज-विरोधी नीतियों व जंगलराज से उत्पन्न त्राहि-त्राहि के माहौल से उत्तर प्रदेश की लगभग 22 करोड़ जनता को अब आगे मुक्ति मिल सके। साथ ही, इस मामले में भाजपा की केन्द्र सरकार व इनकी विभिन्न राज्य सरकारों की जनविरोधी, साम्प्रदायिक व अन्य ग़लत नीतियों व कार्यशैली के कारण भी, कांग्रेस पार्टी की पूर्ववर्ती शासन की तरह ही एक शोषणकारी युग कायम है, जिस कारण गऱीबों, मज़दूरों व आमजनता का जीवन पहले की ही तरह काफी ज़्यादा मुश्किल बना हुआ है।
इस प्रकार, आने वाले नये वर्ष में उत्तर प्रदेश के लोगों को ख़ासकर काफी गंभीर होकर अपने राजनैतिक भविष्य के बारे में काफी सोच-विचार करके निर्णय लेना होगा। इस मामले में पंचायत चुनाव में यहाँ की जनता ने काफी अच्छी पहल की है और बी.एस.पी. को पूरी उम्मीद है कि आने वाले चुनावों में भी वे इसी प्रकार, बिना किसी लोक-लुभावन बातों में आये हुये, अपने सुखद जीवन के लिये सही हितकारी फैसला लेंगे।