मेघालय के लोगों की होगी घर वापसी: पर्यटन में रोजगार

 

 

नयी दिल्ली। देश में सर्वाधिक वृद्धि दर वाले राज्य मेघालय ने पर्यटन में रोजगार सृजन के अवसरों की बदौलत काम की तलाश में बाहर जा बसे लोगों की घर वापसी का भरोसा दिलाया है।
मेघालय के मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ने आज राज्य में पहले अंतरराष्ट्रीय चेरी ब्लॉसम महोत्सव की कार्ययोजना का खुलासा करते हुये कहा कि सभी पूर्वोत्तर राज्यों में पयर्टन की अपार संभावनाओं का दोहन कर प्रवासियों को घर वापसी का भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि सामाजिक, सांस्कृतिक और जैवविविधता के मामले में समृद्ध होने के बावजूद मेघालय सहित पूर्वोत्तर के अन्य राज्य पर्यटन के क्षेत्र में देश दुनिया की नजरों से अछूते रहे हैं। पिछले पांच सालों में मेघालय के देश में सर्वाधिक आर्थिक विकास दर वाले राज्य के रूप में उभरने में पर्यटन की अहम भूमिका को देखते हुये राज्य सरकार ने ‘‘रिवर्स माइग्रेशन स्कीम’’ तैयार की है। इसके तहत ग्रामीण और इको पर्यटन को बढ़ावा देते हुये रोजगार सृजन के नये विकल्प तलाशे गये हैं।
संगमा ने कहा कि इस योजना के तहत ही मेघालय देश का पहला पूर्ण ऑर्गेनिक राज्य बनने की ओर अग्रसर हैं। इस योजना में 1400 हेक्टेयर जमीन को पूर्ण जैविक उत्पादन योग्य बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना में केन्द्र सरकार की कौशल विकास योजना की तर्ज पर राज्य सरकार द्वारा मानव संसाधन विकास योजना में स्थानीय लोगों खासकर युवाओं और किसानों को पर्यटन और सेवा क्षेत्र में कौशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

संगमा ने कहा कि राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किये गये चेरी ब्लॉसम महोत्सव की कामयाबी में इस योजना की अहम भूमिका से उत्साहित राज्य सरकार ने इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगामी आठ से 11 नवबंर तक आयोजित करने का फैसला किया है। देश की आर्थिक वृद्धि दर से संबंधित पिछले साल के आंकड़ों के मुताबिक मेघालय 9.1 प्रतिशत की सर्वाधिक वृद्धि दर वाला राज्य था। इतना ही नहीं मेघालय सबसे कम बेरोजगारी वाला गुजरात के बाद दूसरा राज्य है। मेघालय में ग्रामीण बेरोजगारी की दर 0.4 प्रतिशत और शहरी बेरोजगारी 2.8 प्रतिशत है।