मॉब लिंचिंग ने बढ़ाई बकरों की कीमत

लखनऊ। बकरीद के त्योहार को लेकर बकरा मंडी समेत बाजारों में रौनक बढ़ गई है। कुर्बानी करने के लिए लोग बकरों की खरीद करने के लिए बाजार का रुख कर रहे हैं। मंडी स्थल पर जगह-जगह भरे पानी और कीचड़ की वजह से अधिकांश व्यापारी मंडी में सूखी और साफ-सुथरी जगह ढूंढते नजर आये। वहीं, बकरों की कम संख्या की वजह से 8 से 10 हजार रुपये वाले बकरे की कीमत में 30 से 40 प्रतिशत का इजाफा है। शाहजहांपुर से बकरे लेकर मंडी पहुंचे अब्दुल लतीफ ने बताया कि बकरों की कम तादाद होने की वजह से बकरों के दामों में उछाल है। मंडी में पहुंचे अल्लाह लिखे बकरेमंडी में पिछले सालों की तरह इस वर्ष भी अल्लाह-मोहम्मद जैसे नाम लिखे बकरे पहुंचे हैं। इन बकरों की कीमतें काफी अधिक होने की वजह से खरीदार इन्हें देख और पसंद तो कर रहे हैं, लेकिन खरीदने के लिए हाथ लगाने में हिचक रहे हैं। दुबग्गा के सीतापुर रोड स्थित जॉगर्स पार्क के पास लगी मंडी में भी इस तरह के बकरे दिख रहे हैं। वजन में कम और दाम में ऊंचे होने की वजह से लोग इन पर हाथ रखने में भी कतरा रहे हैं।जमुनापारी और तोतापरी की धूममंडी में जमुनापारी और तोतापरी बकरों की धूम कायम है। मंडी में देसी, जमुनापारी, बरबरे, तोतापरी और अजमेरी सहित कई अन्य नस्लों के बकरे मौजूद हैं, लेकिन लम्बे और ऊंचे होने की वजह से जमुनापारी, तोतापरी और अजमेरी बकरे लोगों को काफी भा रहे है। तोतापरी बकरे के मुंह का हिस्सा तोते की तरह होता है, जिस वजह से तोतापरी कहा जाता है। जुमनापारी बकरे लम्बे और ऊंचे होते हैं।पुलिस वसूल रही प्रति बकरा 100 रुपएबाराबंकी से लखनऊ आने में नाके पर पुलिस को प्रति बकरे के हिसाब से पैसा देना पड़ता है। पहले पुलिसवाले 25 रुपए प्रति बकरे के हिसाब से वसूल लेते थे। अब उन्होंने भी दाम बढ़ा कर 100 प्रति बकरा कर दिया है। ऐसे में 40 से 50 बकरे लेकर आने वाले व्यापारी को काफी नुकसान हो रहा है।