मोदी मुंबई को नए किस्म का अंडरवल्र्ड बनाना चाहते है: शिवसेना

udhav-thakre-tigerमुंबई। शिवसेना ने एक बार फिर मोदी सरकार के खिलाफ बयानबाजी की है। शिवसेना ने स्मार्ट सिटी के बहाने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए स्मार्ट सिटी के प्रॉजेक्ट को अंसवैधानिक और अवैध करार दिया है। हिंदू हार्डलाइनर राइट विंग पार्टी ने आरोप लगाया है कि स्मार्ट सिटी स्कीम मुंबई पर कंट्रोल करने की साजिश है।
शिवसेना ने कहा कि यह एक नए किस्म का अंडरवल्र्ड बनाने की तैयारी है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में इसको लेकर एक संपादकीय छापा है। उसमें कहा गया है कि अगर कोई केंद्र से किसी शहर को कंट्रोल कर रहा है, तो ये डिक्टेटरशिप है। चुनी हुई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की जगह किसी शहर को प्राइवेट कंपनी से कंट्रोल करना अवैध और अंसवैधानिक है। ये एक नए अंडरवल्र्ड को बनाने जैसा है, जिसपर समानांतर सरकार का राज हो। संपादकीय में लिखा गया है कि मुंबई हर साल केंद्र को 1.5 लाख करोड़ का टैक्स देती है। अगर केंद्र सरकार इसका 25 प्रतिशत भी खर्च कर दे तो केवल मुंबई नहीं बल्कि पूरा महाराष्ट्र स्मार्ट राज्य बन जाएगा।
शिवसेना ने कहा कि हम स्मार्ट सिटी के नाम पर मुंबई को मल्टी नेशनल कंपनियों का नौकर नहीं बनने देंगे। न ही किसी को यह तय करने का अधिकार देंगे कि विकास कैसे हो और टैक्स कैसे लगे। आम आदमी के हाथ से ताकत छीनकर शहर को अमीरों के हवाले करने की कोशिश की जा रही है। अगर केंद्र पिछले रास्ते मुंबई को कंट्रोल करने की तैयारी कर रहा है, तो एक बार फिर शिवाजी तलवार उठाए हुए दिखाई देंगे। शिवसेना ने कहा कि जिन्हें भी इस प्रॉजेक्ट के पूरा होने का बेसब्री से इंतजार है उन्हें पहले उन 105 शहीदों के मेमोरियल पर जाना चाहिए जिन्होंने संयुक्त महाराष्ट्र के लिए अपनी जान दी।