यूपी में गुंडों की नो एन्ट्री: सुलखान राज का सुख

लखनऊ (आरएनएस)। आइपीएस अधिकारियों में उत्तर प्रदेश कैडर के वरिष्ठतम अधिकारी सुलखान सिंह ने आज पुलिस महानिदेशक पद का कार्यभार संभाल लिया। वह उत्तर प्रदेश के 66वें पुलिस महानिदेशक हैं। उत्तर प्रदेश के नए डीजीपी सुलखान सिंह ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। 1980 कैडर के यूपी के सबसे सीनयिर आईपीएस अफसर सुलखान तेज-तर्रार इमेज वाले अफसरों में गिने जाते हैं। उन्होंने सैयद जावीद अहमद के बाद यह पद संभाला है। पदभार ग्रहण करने के बाद सुलखान सिंह ने कहा उत्तर प्रदेश पुलिस में सबको काम करने की आजादी मिलेगी। हमारा प्रयास जनता का भरोसा जीतने का होगा। प्रदेश में अब किसी भी गुंडागर्दी पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मैं भरोसा दिलाना चाहता हूं कि उत्तर प्रदेश पुलिस पूरी निष्पक्षता के साथ काम करेगी। हम अपने व्यवहार में सुधार लाकर जनता का दिल जीतने की कोशिश करेंगे। जनता की सेवा ही हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। पुलिस जनता की सेवा के लिए है। पदभार ग्रहण करने के बाद डीजीपी मीडिया से रूबरू हुए इस दौरान उन्होंने प्रदेश में कानून व्यवस्था बेहतर करने का वादा किया। डीजीपी ने आश्वासन दिया है कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था बेहतर होगी। इसका कारण यह है यूपी पुलिस में भारी मात्रा में नई भर्तियां हो रही हैं। पुलिस को मजबूत करने के लिए कई और भी चीजें की जाएंगी। साथ ही जो जनता का पुलिस के प्रति रवैया है उसे बेहतर करेंगे ताकि पुलिस के प्रति लोगों में व्याप्त भय दूर हो सके और पुलिस मजबूत हो सके। नए डीजीपी सुलखान सिंह ने प्रदेश की जनता से यह वादा किया है कि उनकी सुरक्षा सबसे पहली प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा वह काफी समय तक फील्ड में मौजूद रहे हैं उन्हें मालूम है कि कानून-व्यवस्था के लिए किस तरह काम करना है। उन्होंने कहा कि जो सरकार की मंशा है हम उसपर खरा उतरेंगे। डीजीपी ने कहा है कि पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाने से पहले उन्हें ब्रीफ करने की जिम्मेदारी पुलिस अधिकारियों की होगी। ड्यूटी लगाने के लिए आरआई से नीचे का अधिकारी नहीं होगा। ड्यूटी पर कौन है कौन नहीं समय से आया है या नहीं इसका भी सही ढंग से मिलान किया जायेगा। नए डीजीपी ने कहा कि प्रदेश के सभी आईजी, डीआईजी, एसएसपी कार्यालय में जनता से एक तय समय में मुलाकात करके उनकी बात सुनेंगे। उन्होंने कहा कि वह खुद पीडि़त जनता से मिलेंगे। अधिकारियों से सीधी मुलाकात होने से लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा, इससे कानून-व्यवस्था बेहतर होगी। डीजीपी ने प्रदेश के लोगों से यह वादा किया अब थानों में सौ प्रतिशत एफआईआर दर्ज की जायेगी। उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज होने से सही केस और सही आरोपी की पहचान हो सकेगी। साथ ही केस के बारे में भी सही जानकारी मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि एफआईआर ना दर्ज करने वाले लापरवाहों के खिलाफ कार्रवाई भी होगी।