यूपी 2019: बुआ-बबुआ का रहेगा कॉम्बो

विशेष संवाददाता, लखनऊ। गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की जीत के बाद एसपी और बीएसपी के बीच नजदकियां अब बढ़ गई हैं। चुनाव नतीजों के तुरंत बाद एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव बीएसपी सुप्रीमो मायावती से मिलने पहुंचे थे। और अब पोस्टर पर भी दोनों नेता एक साथ आ गए हैं। शुक्रवार को राजधानी लखनऊ में एसपी कार्यालय के बाहर मायावती और अखिलेश का एक संयुक्त पोस्टर देखने को मिला। यह पोस्टर इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और सियासी गलियारों में इसे लेकर खूब चर्चा है। बता दें कि करीब 23 साल बाद दोनों पार्टियां आपसी मतभेद भुलाकर लोकसभा उपचुनाव में साथ आईं तो नतीजा उनके पक्ष में आया। बीएसपी के समर्थन से एसपी प्रत्याशियों ने ना सिर्फ बीजेपी को दोनों सीटों पर करारी शिकस्त दी बल्कि 2019 लोकसभा चुनाव के पहले सत्तारूढ़ पार्टी को बड़ा झटका भी दे दिया। इस बड़ी जीत के साथ ही अब 2019 में एसपी-बीएसपी के गठबंधन की राह भी आसान हो गई है। दोनों तरफ के पार्टी कार्यकर्ता और नेता भी चाहते हैं कि 2019 का चुनाव साथ लड़ा जाए। दरअसल, 2014 लोकसभा चुनाव और फिर विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद बीएसपी के सामने जहां अस्तित्व बचाने का संकट था, वहीं एसपी भी वापसी की राह देख रही थी। उपचुनाव ने दोनों पार्टियों को यह मौका दे दिया है। यही वजह है कि दोनों पार्टियों आपसी गिले-शिकवे भुलाकर गठबंधन की तरफ देख रही हैं। इससे दोनों तरफ के कार्यकर्ता भी खासे उत्साहित हैं। चुनावी नतीजों के बाद जहां बुआ-बबुआ जिंदाबाद, माया- अखिलेश साथ-साथ के नारे लगे तो अब पोस्टर पर भी दोनों नेता साथ दिखने लगे हैं। राजधानी लखनऊ में एसपी नेता तारिक अहमद लारी की तरफ से यह पोस्टर लगाया गया है। इस पोस्टर पर लिखा है, जीत के लिए फूलपुर और गोरखपुर की जनता को धन्यवाद। पोस्टर के एक तरफ मायावती और अखिलेश का फोटो है। दिलचस्प यह है कि एसपी नेता के इस पोस्टर पर माया का कद अखिलेश से बड़ा है। मायावती-अखिलेश के इस संयुक्त पोस्टर पर एक तरफ एसपी संरक्षक मुलायम यादव और एसपी के वरिष्ठ नेता आजम खान का फोटो है तो दूसरी तरफ बीएसपी संस्थापक कांशीराम का फोटो है। इसे लेकर अब सियासी गलियारों में चर्चा भी खूब है।