योगी का एलान: पुलिस में 20 फीसदी महिला भर्ती

लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मिशन शक्ति की शुरुआत करते हुए कहा कि पुलिस में 20 प्रतिशत भर्ती महिलाओं की होगी। बहन बेटियों की सुरक्षा और सम्मान पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा इन पर बुरी नजर डालने वालों को प्रदेश सरकार कानून के दायरे में लाकर कठोरतम सजा दिलवाएगी। ऐसे लोगों की दुर्गति तय है। इन लोगों के लिए राज्य में रहने की कोई जगह नहीं है। मुख्यमंत्री ने शनिवार को बलरामपुर में मिशन शक्ति के उद्घाटन अवसर पर ये बातें कहीं। उन्होंने बलरामपुर को सवा पांच सौ करोड़ रुपए की सौगात दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि नारी गरिमा व स्वाभिमान को जो लोग चोट पहुंचाने की कोशिश करेंगे, उन अपराधियों से सरकार पूरी कठोरता से निपटेगी।
मुख्यमंत्री ने शारदीय नवरात्र से वासंतिक नवरात्र तक चलने वाले मिशन शक्ति अभियान का शुभारंभ करते हुए कहा कि नारी शक्ति की प्रतीक है। हमारी सनातन परंपरा में नारी पूजनीय है, वंदनीय है। नवरात्र का अनुष्ठान इसी का द्योतक है। जरूरत है कि बदलते दौर में नई पीढ़ी को अपनी सनातन संस्कृति की परंपरा का वाहक बनाएं, उनमें, स्त्री के प्रति सम्मान, सुरक्षा और स्वावलंबन की भावना का प्रसार करें। मिशन शक्ति इसी दिशा में एक प्रयास है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं व बेटियों सुरक्षा और सम्मान की शुरुआत घर से होने की जरूरत है। बेटा-बेटी में कोई भेद नहीं, कोख में बेटियों की हत्या और बाल-विवाह की सार्वजनिक रूप से निंदा होनी चहिए। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना जैसे प्रयासों के माध्यम से केंद्र व राज्य सरकार पूरी मजबूती से बेटियों के उत्थान के लिए से संकल्पित है। अपने खिलाफ होने वाली हिंसा या अपराध की शिकायत जरूर करें। आपके पास 1090, 1070, 189, 112 जैसी तमाम विकल्प हर समय उपलब्ध हैं।
उन्होंने पिछले दिनों बलरामपुर में बालिका के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना का जिक्र करते हुए कहा कि मिशन शक्ति उस बालिका को श्रद्धांजलि स्वरूप है। मिशन शक्ति के पहले चरण में महिलाओं, बेटियों और बच्चों की सुरक्षा व सम्मान सुनिश्चित करते हुए जन जागरूकता का कार्यक्रम चलाया जाएगा। दूसरे चरण में ऑपरेशन शक्ति में चिह्नित मनचलों, शोहदों की काउंसलिंग कराई जाएगी। इसके बाद भी सुधार न हुआ तो जनसहयोग से ऐसे असामाजिक तत्वों के सामाजिक बहिष्कार की कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि मनचलों व शोहदों की चौराहों पर तस्वीर लगाई जाएगी। अभियान के तहत महिला हित में काम करने वाली संस्थाओं, समूहों और व्यक्तियों को सूचीबद्ध करते हुए राज्य सरकार सम्मानित करेगी। महिलाओं की सुविधा और संवेदनशीलता के दृष्टिगत प्रदेश के सभी थानों और तहसीलों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की जाएगी। यहां तैनात कर्मचारी भी महिला होगी।