राधे मां का नया खेल: वेब सीरीज में बतायी जायेगी भक्तों की कहानी

 

मुंबई। खुद को देवी का अवतार बताने वाली राधे मां जल्द ही दूसरे रूप में नजर आएंगी। उनके वेब सीरीज का पहला पोस्टर रिलीज हो गया है. इस वेब सीरीज का नाम भी ऐसा दिया गया है जिसे सुनकर आप चौंक जाएंगे। शो का नाम है राह दे मां इसमें राधे मां है. जानकारी के मुताबिक इस सीरीज के जरिए राधे मां के भक्तों की कहानी बताई जाएगी. फिल्म में राधे मां किस रोल में नजर आएंगी, फिलहाल इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। इस वेब सीरीज में वो भक्त भी नजर आएंगे जो हर समय उनके साथ रहते हैं. इस वेब सीरीज के प्रोड्यूसर रम्मन हांडा हैं. इसमें राधे मां का मतलब भी बताया गया है। शो की शूटिंग राधे मां के भव्य बंगले पर ही हुई है. हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि यह शो कब से शुरू होने वाला है. बता दें कि विवादित राधे मां का जन्म पंजाब के गुरदासपुर जिले में एक सिख परिवार में हुआ है। पंजाब में ही इनकी शादी भी हुई लेकिन कुछ दिनों बाद इन्होंने अध्यात्मिक जीवन अपना लिया और मुंबई आ गईं. राधे मां के इस वेब सीरीज के लिए चार पोस्टर जारी किए गए हैं जिसमें चारों के अलग-अलग मतलब हैं। मुम्बई। स्वयं को देवी का अवतार बताने वाली राधे मां उर्फ सुखविंदर कौर का माया जाल क्या है यह आज भी लोगों से परे है। आखिर वह इतनी ऊंचाई पर कैसे पहुंची यह सवाल लोगों के मन में है। हमेशा मौन रहने वाली राधे मां की आइये जानें हकीकत।
जानकारी के अनुसार उनका जन्म 1969 में पंजाब के गुरदासपुर के गांव दोरांगला में हुआ। बचपन का नाम गुडिय़ा था जबकि पूरा नाम सुखविंदर कौर उर्फ बब्बू। मध्यमवर्गीय परिवार से संबंधित गुडिय़ा ने गांव के ही सरकारी स्कूल से दसवीं की। सुखविंदर कौर के दो भाई व तीन बहने हैं। दसवीं के बाद मुकेरियां (होशियारपुर) निवासी मोहन से शादी हुई। गृहस्थ जीवन में रहते हुए इन्होंने अपनी धार्मिक गतिविधियों को जारी रखा। शादी के बाद पति मोहन (दसवीं पास) जो मुकेरियां में हलवाई की दुकान करते थे वह बाद में दुबई चले गए। कुछ सालों बाद लौट आए। सुखविंदर लड़कियों को सिलाई सिखाती थी। उसने मुकेरियां के डेरा परमहंस के संत रामदीन जी से नाम दीक्षा ली। गुरु जी ने गुडिय़ा को राधे नाम दिया। धीरे-धीरे लोग उन्हें राधे मां के नाम से पुकारने लगे। मुकेरियां के मोहन से शादी के बाद बंटी व नीशू दो बेटे जन्मे। बंटी बड़ा व नीशू छोटा। 1992 में राधे मां ने अपने घर में मंदिर बनवाया और चौंकी लगानी शुरू की। धीरे-धीरे लोगों की उनके प्रति आस्था बढ़ती गई। वर्ष 2005 में वह मुंबई चली गई, लेकिन भक्तों के अनुरोध पर हर साल श्री रामनवमी वाले दिन वह अपने गुरु स्थान पर जरूर आतीं। उनके पीछे मुकेरियां में उनकी धार्मिक गतिविधियों को राधे मां की बहन रज्जी मौसी चलाती हैं। राधे मां का पति मोहन व बेटा बंटी मुंबई में आटो एजेंसी चलाते हैं व नीशू आटोमोबाइल का कारोबार करता है।
भारी मेकअप और महंगे साड़ी-गहनों से लदी रहने वाली राधे मां को अनुयायी मां दुर्गा का अवतार मानते है जबकि खुद उन्हीं विरादरी वाले साधु संत अभी तक अपने पंथ में अपना नहीं पाये हैं। करीब एक हजार करोड़ से अधिक की मालकिन राधे मां और विवादों का साथ चोली दामन का रहा है।
मालूम होकि राधे मां नामक इस महिला के दर्शन और आशीर्वाद के लिए लोग अच्छी-खासी कीमत चुका रहे है। फेसबुक पर परम श्रद्धेय श्री राधे मां नाम से बने इनके अकाउंट को लगभग सैकड़ों लाइक रोज मिलती है। मुंबई में इनके अनुयायियों में कई बड़े फिल्म और टीवी कलाकार शामिल हैं। बता दें कि राधे मां का जन्म पंजाब के होशियारपुर जिले के एक सिख परिवार में हुआ था। इनकी शादी एक समृद्ध और मुकेरिया निवासी किसान व्यापारी सरदार मोहन सिंह से हुई ,शादी के कुछ दिन बाद इनकी मुलाकात वहीं शिव मंदिर के महंत रामदीन दास से हुई। महंत रामदीन दास ने राधे मां की धार्मिक प्रतिभा को पहचानते हुए कुछ शिक्षा दी। महंत रामदीन के प्रभाव में आने के बाद ये राधे मां बन गईं। भक्त उन्हें सत्संग, जागरण, पूजा और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों के लिए बुलाने लगे। राधे मां का जलवा देश के अलावा विदेशों में फैला हुआ है। राधे मां ग्लोबल मीडिया विज्ञापन के कारोबार से जुड़ी है। मुंबई में बोरीवली पश्चिम में रेलवे स्टेशन से 10 मिनट की दूरी पर स्थित ‘राधे देवी माँ भवन है, जिसे संजीव गुप्ता ने बनवाया है जोकि ग्लोबल मीडिया कंपनी के मालिक हैं। इसके ग्राउंड फ्लोर पर एक बड़ा सा हॉल है, जिसे ‘माता की चौकी कहा जाता है। राधे मां यहीं भक्तों को अपने दर्शन देती हैं। राधे मां दुल्हन की तरह सज संवर कर आती हैं और पूरे समय तक झूमती रहती हैं। उनके मंच के चारों ओर बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी झूमते रहते हैं। किसी भक्त पर मां जब बहुत खुश हो जाती हैं तो वह झूमते-झूमते उसकी गोद में कूद जाती हैं। बताया जाता है कि जिस भक्त की गोद में वह छलांग लगाती हैं वह बहुत भाग्यशाली होता है और उसकी सभी मन्नतें तत्काल पूरी हो जाती हैं।यही नहीं उनके भक्तों में कई राजनीतिज्ञ भी शामिल है। ऊंची पहुंच रखने वाले उनके भक्तों की सूची काफी लंबी है। विदेशों में भी उनके भक्तों की संख्या अच्छी- खासी है। पिछले दिनों उनकी कुल संपत्ति एक हजार करोड़ से अधिक की आंकी गई थी।