रूह को छूते हैं खुशी के गीत

अनिल बेदाग। पंजाबी सिनेमा ने देश को कई विख्यात गायक दिए हैं जिन्होंने राज्य की सीमाओं को तौड़ते हुए यहां की मिट्टी की सौंधी महक को गीतों के जरिए दुनिया भर में फैलाया। इस मामले में पंजाब से आए गायकों की फेहरिस्त काफी लंबी है, पर अब बारी गायिकाओं की है। पंजाब की ही राजधानी चंडीगढ़ से मुंबई आई खुशी कौर ने अपने पहले एलबम ख्वाब को मिली लोकप्रियता से साबित कर दिया है कि एक्टिंग और सिंगिंग में लड़कियां भी किसी से पीछे नहीं हैं। एक्टिंग की बात हम इसलिए कर रहे हैं कि खुशी गायिका के साथ-साथ एक्ट्रेस भी हैं और दो फिल्मों में काम कर चुकी हैं, पर अब वह अपनी कला से जुड़े संगीत पक्ष को श्रोताओं के बीच लेकर आई हैं। उनके अगले एलबम रूह का पहला गीत खुदा जल्द रिलीज़ किया जा रहा है। इस एलबम में भी आठ गीत हैं। पंजाबी और हिंदी मिक्स इस एलबम में हर मूड के गीत होंगे। खुशी कौर गीतकार के महत्व कम नहीं समझती। वह कहती हैं कि गीत के जरिए ही हम श्रोताओं के दिल तक पहुंचते हैं इसलिए गीत स्तरीय होना चाहिए इसलिए उन्होंने अपनी एलबम में कई गीतकारों को मौका दिया है ताकि अच्छे गीत सामने आ सकें।