विदेश मंत्री स्वराज की किडनी बदली गयी

Sushma-Swarajनई दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के किडनी का एम्स दिल्ली में प्रत्यारोपण किया गया। सुबह करीब 8.30 बजे से ऑपरेशन शुरू हुआ था। एम्स के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने स्वराज का ऑपरेशन किया। अनरिलेटेड डोनर से किडनी सुरक्षित निकालकर डॉक्टर उसे प्रत्यारोपित किया।
एम्स के सूत्रों के मुताबिक सुषमा स्वराज की सर्जरी करीब 5 घंटे तक चली। जानकारी के मुताबिक सुषमा स्वराज को किडनी देने वाला व्यक्ति उनका संबंधी नहीं है।
इस ट्रांसप्लांट में एम्स के निदेशक एमसी मिश्रा, वीके बंसल और संदीप अग्रवाल सहित देश के कई प्रख्यात सर्जन शामिल थे। अस्पताल के अधिकारियों के मुताबिक, इसके लिए आधिकारिक स्वीकृति ले ली गई थी। सर्जरी शनिवार सुबह 9 बजे शुरू होकर दोपहर 2.30 बजे तक चली। इसके बाद विदेश मंत्री को आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया।
अंग प्रत्यारोपण के प्रावधानों के अनुसार नजदीक व दूर के रिश्तेदारों को भी अनरिलेटेड डोनर की श्रेणी में रखा जाता है। इसके अलावा किसी से भावनात्मक रूप से लगाव रखने वाला व्यक्ति भी किडनी दान कर सकता है। किडनी डोनर मिलने के बाद एम्स ने सभी जरूरी जांच पूरी कर ली हैं। डोनर भी किडनी दान के लिए स्वस्थ पाया गया है।
इसके अलावा विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम में नेफ्रोलॉजी विभाग के प्रोफेसर संदीप महाजन, इंडोक्रिनोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. निखिल टंडन, पल्मोनरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. रणदीप गुलेरिया व कार्डियोलॉजी के विशेषज्ञ भी शामिल थे। सुषमा स्वराज को पहले से मधुमेह की परेशानी रही है। उन्हें 7 नवंबर को एम्स में भर्ती कराया गया था। 16 नवंबर को उन्होंने खुद ट्वीट कर अपने स्वास्थ्य की जानकारी दी थी और बताया था कि किडनी फेल्योर के चलते वह एम्स में भर्ती हैं।