शाह बोले: कांग्रेस ने खरीदा है अस्तबल

नई दिल्ली। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कर्नाटक में अपनी पार्टी के सरकार बनाने की असफल कोशिश का यह कहते हुए बचाव किया है कि सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर दावा उन्हीं का बनता था। उन्होंने कांग्रेस और जेडीएस के गठबंधन को अपवित्र करार दिया है। बीजेपी पर सरकार बनाने के लिए हॉर्सट्रेडिंग का सहारा लेने की कोशिश के आरोपों पर शाह ने कहा कि कांग्रेस ने पूरा का पूरा अस्तबल ही खरीद लिया। उन्होंने कांग्रेस पर सुप्रीम कोर्ट में भी यह झूठ बोलने का आरोप लगाया कि येदियुरप्पा ने बहुमत सिद्ध करने के लिए राज्यपाल से 7 दिनों का वक्त मांगा था। येदियुरप्पा सरकार गिरने के बाद पहली बार शाह सिर्फ कर्नाटक के मुद्दे पर मीडिया से मुखातिब हुए। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि कर्नाटक में जनादेश कांग्रेस के खिलाफ था। जनता ने कांग्रेस को जहां जो हरा सकता था, उसे जिताया। शाह ने कहा, कर्नाटक की जनता ने हमें मैंडेट दिया है। यह कांग्रेस के विरुद्ध था। जेडीएस भी वहीं से जीती है, जहां बीजेपी का संगठन कमजोर था। यह जनादेश कांग्रेस के विरोध में है। उनके आधे से ज्यादा मंत्री चुनाव हारे, उनके सीएम खुद चुनाव हारे, दूसरी सीट पर बहुत कम मार्जिन से जीते हैं। अमित शाह ने कहा, हमने कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार, कुशासन, तुष्टीकरण, दलित उत्पीडऩ और महिला उत्पीडऩ की बढ़ती घटनाओं के मुद्दे पर चुनाव लड़ा। कर्नाटक में 3,700 किसानों ने 5 साल में खुदकुशी की। ये सारी चीजें एक विफल सरकार की परिचायक है। इसे मुद्दा बनाकर हम चुनाव लड़े थे। इसके अलावा नरेंद्र मोदी सरकार ने कर्नाटक के लिए जो किया, देश के लिए किया। आजादी के बाद सबसे ज्यादा धन और प्रॉजेक्ट कर्नाटक को देने का काम पीएम मोदी की सरकार ने कि बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, कुछ लोग एक दुष्प्रचार खड़ा करने का प्रयास करते हैं कि पूर्ण बहुमत न होने के बावजूद बीजेपी ने सरकार बनाने की कोशिश क्यों की। हम सबसे बड़े दल के रूप में उभर थे, इसलिए हमारा दावा बनता है। अगर हम सरकार बनाने का दावा नहीं करते तो यह कर्नाटक की जनता के जनादेश का अपमान होता। कांग्रेस के खिलाफ जनादेश था, ऐसे में हमारे दावे में कुछ भी गलत नहीं था। गोवा और मणिपुर में कांग्रेस के सबसे बड़े दल के रूप में उभरने के बाद भी बीजेपी के सरकार बनाने से जुड़े सवाल पर सफाई देते हुए शाह ने कहा कि उन राज्यों में सबसे बड़े दल कांग्रेस ने सरकार बनाने का दावा ही पेश नहीं किया।