सपा एमएलसी ने की मंदिर निर्माण की पैरवी, दस लाख का एलान

Rammandir

लखनऊ। सपा में राम मंदिर निर्माण के समर्थकों की संख्या काफी है। सपा एमएलसी बुक् कल नवाब ने विहिप व भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर बने इसके लिए वे दस लाख रूपये का दान देने को तैयार है। बशर्ते वह मंदिर का निर्माण करें। शुक्रवार को अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए मुसलमानों को कार सेवा करने की सलाह देने वाले अखिलेश सरकार के मंत्री को पद से हटा दिया गया है।
इस बात से बेपरवाह नवाब ने कहा है कि विहिप मंदिर निर्माण की तारीख न बताये उन्होने अयोध्या में मंदिर निर्माण की तारिख 2017 में चुनी जाने वाली नई सरकार के गठन के पांच दिन पहले होने का दावा किया है। एक टीवी चैनल पर बहस के दौरान बुक्कल ने कहा कि राजनीति करने वाले बहुत राजनीति कर चुके। भगवान राम सिर्फ हिन्दुस्तान के ही नही पूरी दुनिया के है। उनके नाम पर राजनीति बंद होनी चाहिए। मंदिर पर बहस के बजाए काम होना चाहिए। उन्होने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को भी मामले की जल्द सुनवाई पूरी करना चाहिए। उन्होने कहा कि उनके पिता दारा नवाब ने लखनऊ के रूमी दरवाजे के नजदीक भगवान शंकर- पार्वती का मंदिर बनवाया था। उनके पूर्वजों ने लखनऊ के अलीगंज के बड़े हनुमान जी का मंदिर बनवाया था।
अयोध्या में पत्थर की नई खेप व ताराशी के पिछले कई वर्षो से चल रहे काम को लेकर राजनीतिक विवाद गर्माया हुआ है। ऐसे में सपा एमएलसी का प्रस्ताव पूरे प्रकरण को नई दिशा दे रहा है। शुक्रवार को अयोध्या में राममंदिर बनाने के लिए मुसलमानों को कार सेवा करने की सलाह देने वाले अखिलेश सरकार के मंत्री को पद से हटा दिया गया है। प्रदेश सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री ओम पाल नेहरा ने गुरूवार को बिजनौर में अयोध्या में राम मंदिर तथा मथुरा में भी कृष्ण मंदिर बनवाने की सलाह दी थी। ओमपाल नेहरा को डेढ़ महीने पहले ही मनोरंजन कर विभाग में सलाहकार नामित किया गया था।
बर्खास्त ओम पाल नेहरा सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह के बेहद करीबी रहें है। ओमपाल नेहरा मनोरंजन कर विभाग में सलाहकार के पद पर थे। लाल बत्ती धारी ओमपाल नेहरा ने मुस्लिमों से राम तथा कृष्ण जन्मभूमि पर मंदिर बनवाने में मदद की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि मुसलमान भाई कारसेवा कर मंदिर बनवायें। राम मंदिर अयोध्या में नहीं होगा तो कहां पर होगा। नेहरा ने कहा कि अयोध्या राम की और मथुरा कृष्ण की नगरी है। यहां मंदिर नहीं होगा तो कैसा लगेगा।
हटने के बाद नेहरा ने कहा कि इन्होंने कहा कि मैंने यह निश्चित रूप से कहा कि मुस्लिम समाज के बुद्धिजीवियों तथा पंथ निरपेक्ष नेताओं को सामने आकर इस मसले का पटाक्षेप करना चाहिए। मेरे बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत जा रहा है। यह मेरे भाव के अनुकूल नहीं है।
मंदिर के लिए कारसेवा की अपील करने वाले नेहरा को आज सरकार ने पद से हटा दिया है। बर्खास्त होने की खबर पर ओम पाल नेहरा ने कहा कि मैं अपने बयान पर कायम हूं। मैंने यह निश्चित रूप से कहा है कि मुस्लिम समाज के बुद्धिजीवियों तथा पंथ निरपेक्ष नेताओं को सामने आकर इस मसले का पटाक्षेप करना चाहिए। मेरे बयान के भाव को समझा जाना चाहिए और लाल बत्ती जाने का मुझे अफसोस नहीं है। भाजपा ने दर्जा मंत्री ओम पाल नेहरा को बर्खास्त करने के मामले को उप्र सरकार का गलत कदम बताया। भाजपा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष डॉण् लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि नेहरा पर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कार्रवाई गलत है।