डाकू बलखडिय़ा पर सस्पेंस बरकरार

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चित्रकूट। बुंदेलखंड और आसपास के जिलों में पुलिस व पब्लिक की नाक में दम किए साढ़े छह लाख का इनामी डकैत बलखडिय़ा मारा जा चुका है या फिर घायल है इस पर सस्पेंस बना है। पुलिस भी अभी तक यह पता नहीं कर पा रही है कि डाकू बलखडिय़ा कहां है। उसकी लाश न मिलने से इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो सकी है। बीहड़ में एक चर्चा यह भी कि बलखडिय़ा मारा गया है, पर पुलिस की नहीं, अपने ही साथी की गोली से उसकी मौत हुई है। जानकार बताते हैं कि बलखडिय़ा काफी शातिर दिमाग का है वह अपनी मौत का एलान खुद करवाता है और फिर वारदातों को अंजाम देता है
गौरतलब है कि 2 जुलाई को मारकुंडी थाना क्षेत्र के कोलान में कुख्यात डकैत स्वदेश पटेल उर्फ बालखड़े उर्फ बलखडिय़ा गैंग की पुलिस के साथ मुठभेड़ हुई थी। इसमें गोली लगने से तीन सिपाही जख्मी हुए थे। इसके बाद एसपी पवन कुमार ने कहा था कि बलखडिय़ा को गोली तो लगी है, पर अभी तक गैंग का कोई ताजा मूवमेंट न मिलने से सब कुछ संदेह के घेरे में है। दूसरी ओर पुलिस का एक वर्ग यह भी मानता है कि बलखडिय़ा इतना शातिर है कि अपनी मौत की अफवाह खुद फैला सकता है, ताकि पुलिस निश्चिंत हो जाए और वह आराम से इलाज करा सके।