मुलायम का हमला: माया दलित नहीं दौलत की बेटी हैं

Mulayam 11 octलखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने 17 अन्य पिछड़ी जातियों के सम्मेलन के बहाने केंद्र सरकार और बसपा सुप्रीमो मायावती पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अन्य पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल कराने के लिए समाजवादी पार्टी सरकार जरूरत पडऩे पर सुप्रीम कोर्ट तक भी जा सकती है। मुलायम मंगलवार को सपा मुख्यालय में 17 अन्य पिछड़ी जातियों के सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम का आयोजन अखिलेश सरकार के मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति ने किया था। इसमें कहार, कुम्हार, प्रजापति, बिंद, मल्लाह, गोडिय़ा, मांझी सहित 17 अन्य पिछड़ी जातियों के यूपी के विभिन्न जिलों से आए नेता और समर्थक मौजूद थे। इस मौके पर मुलायम ने कहा कि उन्होंने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में इन 17 अन्य पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने का प्रस्ताव विधानसभा से पारित कराकर केंद्र सरकार के पास भेजा था। लेकिन मायावती के विरोध के कारण तब तत्कालीन केंद्र सरकार ने उनके इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि मायावती ने सन 2007 में मुख्यमंत्री बनने के बाद उनके कार्यकाल के इस प्रस्ताव को खारिज करते हुए कहा कि इन लोगों को अनुसूचित जाति में शामिल नहीं किया जा सकता। इसके बाद अखिलेश यादव की सरकार बनने के बाद सन 2015 में फिर इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार के पास भेजा गया लेकिन केंद्र सरकार ने इसे खारिज करते हुए वापस भेज दिया। मुलायम ने कहा, इन 17 अन्य पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल कराने के लिए समाजवादी पार्टी की सरकार हरसंभव कोशिश करेगी। जरूरत पड़ी तो अखिलेश सरकार इस मामले को सुप्रीम कोर्ट तक लेकर जाएगी। उन्होंने इसे मामले में बसपा नेत्री मायावती की आलोचना करते हुए कहा कि वह दलित नहीं दौलत की बेटी हैं।