हाल नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय का : चहेतों पे करम बाकी पे सितम

nd fai

फैजाबाद। नरेंद्रदेव कृषि विश्वविद्यालय में गलत नियुक्ति वालों, गंभीर आर्थिक व व्यावहारिक घोटालों के आरोपियों को उपकृत करने की अलीगढिय़ा शैली फल-फूल रही है। ईमानदारी का दंभ भरने वाले और खुद अपनी पीठ थपथपाने वाले कुलपति प्रो. अख्तर हसीब को गंभीर घोटाले का एक प्रकरण साक्ष्यों सहित प्रेषित कर लोकतंत्र सेनानी परिषद के प्रवक्ता रमेश शर्मा ने आइना दिखा गया है। लाइब्रेरी में पुस्तकों की खरीद में हुए लाखों के घोटाले के जिम्मेदार पर कुलपति की मेहरबानियों को लेकर सवाल खड़े किए गए हैं। गौरतलब है कि गत 25 जून को यहां आए प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन से सरकिट हाउस में मिलकर सेनानी रमेश शर्मा ने कृषि विश्वविद्यालय में करोड़ों के आर्थिक घपलों तथा गंभीर व्यावहारिक भ्रष्टाचार की जांच कराकर कार्रवाई कराने के आशय से विस्तृत मांगपत्र दिया था। प्रमुख सचिव ने इसकी जांच का दायित्व मंडलायुक्त को सौंपा है। इस शिकायती पत्र में कहा गया कि कुलपति द्वारा गलत ढंग से नियुक्ति पाए कनिष्ठों को महत्वपूर्ण प्रभार देकर एक काकस बनाया गया है। इसमें ज्यादातर लोग अलीगढ़ से जुड़े हैं और कुलपति से अलीगढिय़ा कार्यशैली संवाहित करा रहे हैं। सेनानी रमेश शर्मा ने प्रमुख सचिव ने कहा है कि अलीगढिय़ा टीम का असल मकसद विश्वविद्यालय में होने वाली नियुक्तियों में मनमानी कर करोड़ों कमाने की है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ तथा गोंडा जिले के करनैलगंज में नवनिर्मित कृषि महाविद्यालयों में सारे पदों पर नियुक्तयां होनी हैं। इन नियुक्तयों में मनमानी करने के आशय से ही काकस बनायागयाहै। मुख्य सचिव को दिए गएमोंगपत्र में जांच पूरी होने तक नियुक्तियों पर रोक लगाने तथा अपरिहार्य स्थिति में नियुक्ति के लिए गठित होने वाली चयन समित में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी को भी शामिल कराने का अनुरोध किया गया है। इस मांगपत्र की प्रतियां विश्वविद्यालय कार्यपरिषद के सदस्यों कोभी प्रेषित करायी गयी है।लोकतंत्र सेनानी ने विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में किताबें खरीदे जाने में हुए लाखों के घोटाला से संबंधित प्रपत्रों की छायाप्रतियां संलग्न कर कुलपति प्रो. अख्तर हसीब को कार्रवाई के आशय से प्रेषित कराया है। इस घोटाला के जिम्मेदार उपाचार्य कुलपति की अलीगढिय़ा टीम के सदस्य हैं। कुलपति ने इन्हें कई अहतरिक्त प्रभार सौंपने के साथ ही जांच कमेटी का भी प्रभारी बनायाहैं। सेनानी रमेश शर्मा ने कुलपति को प्रेषित आठ सूत्रीय शिकायती पत्र के साथ साक्ष्य संबंधी नौ प्रपत्रों की छायाप्रतियां सलंग्न की है। इसकी प्रतियां भी कार्यपिरषद सदस्यों को भेजी गयी हैं। ईद के बाद मंडलायुक्त से मिलकर सारे प्रपत्र उन्हें देकर जांच् में यह प्रकरण भी शामिल करने का अनुरोध किया जाएगा। श्री शर्मा ने बताया कि विधायकगण के माध्यम से महामहिम राज्यपाल व कुलाधिपति तक प्रेषित कराए जा रहे हैं।