हत्यारे के दारोगा को बचाने की जुगत: नहीं होगी सीबीआई जांच

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इलाहाबाद। जिला अदालत में अधिवक्ता नबी अहमद की हत्या के मामले में सीबीआई द्वारा जांच के लिए मना किए जाने पर नया विवाद शुरु हो गया है। दरोगा की गोली से मारे गए अधिवक्ता नबी अहमद के पिता मो.शाहिद अहमद ने इसे प्रदेश सरकार की चाल बताई। कहा कि सरकार कभी नहीं चाहती थी कि इस मामले में सीबीआई जांच हों। क्योंकि अगर जांच होगी तो हत्यारे दरोगा को बचाने के आरोप में उनके कई करीबी अधिकारी और नेता फंस जायेंगे। मो.शाहिद ने बातचीत में परिवार के साथ खुद के जान को भी खतरा बताया। कहा कि पिछले कई दिनों से उन्हें धमकियां मिल रही हैं। केस वापस लेने के लिए शहर के कई बड़े राजनेता, अधिकारी व व्यापारी दबाव बना रहे हैं। शहर के एक बड़े अस्पताल के संचालक का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने पैसे का लोभ देकर केस वापस लेने को कहा। जिसे उन्होंने तुरंत ठुकरा दिया। मो.शाहिद का कहना है कि उन्होंने मामले में कई बार शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उल्टे जेल में बंद हत्यारे दरोगा और उसके परिजनों को सुरक्षा मुहैया करा दी गई। उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच की मांग अधिवक्ता बंधुओं द्वारा की गई थी। लेकिन सरकार ने उनकी कोई मांगे नहीं मानी।