कांग्रेस का आरोप: डेंगू को लेकर सरकार लापरवाह

congress logoलखनऊ। उत्तर प्रदेश की सरकार और मुख्यमंत्री को उत्तर प्रदेश की जनता के प्राणों की किसी तरह की कोई चिन्ता नहीं है। राजधानी लखनऊ शहर एवं प्रदेश के कई हिस्सों में डेंगू अपना पैर पूरी तरह पसार चुका है और महामारी का रूप धारण कर चुका है। डेंगू सेे एक पूर्व मंत्री एवं लखनऊ के दो दरोगा सहित तमाम लोगों की जानें जा चुकी हैं और सरकार के स्वास्थ्य राज्यमंत्री का बेटा भी डेंगू से पीडि़त होकर अस्पताल में भर्ती है लेकिन सरकार और मुख्यमंत्री की संवेदना जागृत नहीं हो रही है।
प्रदेश कंाग्रेस के कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी ने आज जारी बयान में कहा कि लखनऊ के मेयर केरल में अपनी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में शामिल होने के लिए हफ्तों से शहर से गायब हैं। वह नगर के प्राथमिक सदस्य होने के साथ ही साथ यहां के नागरिकों की जान-माल के लिए पूरी तरह जिम्मेदार हैं। मेयर और नगर निगम के सभासद यहां डेंगू की रोकथाम करने में किसी प्रकार का कार्य करते नहीं दिख रहे हैं।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि जिस प्रकार गोरखपुर में इंसेफेलाइटिस कई वर्षों से महामारी का रूप धारण करती रही है, लखनऊ के जिला प्रशासन की लापरवाही से लखनऊ में भी डेंगू के मामले में वही बनाया जा रहा है।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि राजनीति केवल भाषणबाजी और जातियों को जोडऩा नहीं है। मानवीय संवेदना राजनीति का हिस्सा है। दुर्भाग्य की बात है कि स्मार्ट सिटी में लखनऊ का नाम जोड़ा जा रहा है और लखनऊ के नागरिक डेंगू से दम तोड़ रहे हैं।श्री त्रिपाठी ने प्रदेश सरकार और लखनऊ के मेयर की संवेदनहीनता की तीव्र निन्दा करते हुए मांग की है कि डेंगू के रोकथाम और उपचार के लिए तत्काल सक्रिय कदम उठायेें।