यूपी गैंगरेप: बुलंदशहर की पीडि़ता ने खोली जुबान

नोएडा (आरएनएस)। हमारे केस में भी पुलिस दुष्कर्म मानने को तैयार नहीं थी। सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने कहा था कि दुष्कर्म का केस दर्ज कराने पर अस्पताल और कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ेंगे। सोच-विचार के बाद ही दुष्कर्म का केस दर्ज कराना। इस पर पापा ने एक जानने वाले मीडिया कर्मी को इस बारे में बताया था। फिर बुलंदशहर के सांसद का फोन आया था। उन्हें पूरी घटना के बारे में बताया गया था। इसके बाद सुबह साढ़े छह बजे दी गई तहरीर पर साढ़े दस बजे पुलिस ने दुष्कर्म समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था। इस कारण मैं यह मान ही नहीं सकती कि जेवर कांड की महिलाएं दुष्कर्म की झूठी बात बता रही हैं। उनका दर्द मैं समझ सकती हूं।’ यह कहना है कि बुलंदशहर हाइवे दुष्कर्म की नाबालिग पीडि़ता का। 16 वर्षीय पीडि़ता का कहना है कि मीडिया से जेवर कांड की जानकारी मिली है। जिस तरह की निर्ममता हमारे साथ हुई थी, उससे भी ज्यादा उन महिलाओं व उनके घर वालों के साथ हुई है। महिलाएं उन बदमाशों को जानती तक नहीं, फिर उनपर दुष्कर्म का झूठा आरोप क्यों लगाएंगी इस तरह की हैवानियत जिसके साथ होती है, वही उसका दर्द समझता है। कोई महिला इस तरह से अपनी इज्जत नीलाम नहीं कर सकती। बुलंदशहर की नाबालिग पीडि़ता का कहना है कि दस माह बाद भी उस डरावनी रात को याद कर मेरी नींद उड़ जाती है। इस कारण जेवर कांड की महिलाओं का दर्द मैं महसूस कर सकती हूं। इसे पुलिस को भी महसूस करना चाहिए। महिलाओं को झूठा बताने की बताए पुलिस को ऐसे अपराधियों को सख्त से सख्त सजा देने पर काम करना चाहिए। जिससे किसी अन्य महिला या लडक़ी का जीवन एक काल कोठरी न बन जाए। मेरे सामने मेरी बेटी और पत्नी के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। मैं आज भी अपनी बेटी और पत्नी से ठीक से नजर नहीं मिल पाता हूं। ठीक ऐसा ही हाल जेवर कांड के दौरान महिलाओं के साथ मौजूद पुरुषों का होगा। एक आदमी के साथ उसके घर की महिलाओं की इज्जत तार-तार हो जाए, फिर उसका जीवन कैसे निरर्थक हो जाता है, यह मैं ही समझ सकता हूं। यह मौत से भी भयावह है। कोई भी आदमी यह सार्वजनिक तौर पर स्वीकार कर रहा है कि उसके घर की महिलओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है तो वह झूठ नहीं बोल रहा है। जेवर कांड में महिलाओं से दुष्कर्म होने पर मुझे जरा भी संदेह नहीं है। यह कहना है बुलंदशहर कांड पीडि़ता के पिता है। जिसकी पत्नी के साथ भी बदमाशों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। जेवर कांड के पीडि़त परिवार का कहना है कि वारदात के दौरान सभी छह बदमाश शराब के नशे में थे। उनके मुंह से बदबूं आ रही थी। कोतवाली जेवर प्रभारी राजपाल तोमर का भी कहना है कि बदमाश शराब के नशे में थे। पुलिस घटनास्थल के आस-पास के शराब ठेके पर पूछताछ कर रही है। जिससे बदमाशों के बारे में कोई सुराग लग सके। पुलिस का मानना है कि जेवर कांड को अंजाम दिलाने में हरियाणा के बदमाशों को स्थानीय बदमाशों का साथ मिला है। बदमाश पैदल भागे हैं। इससे साफ है कि उनका ठिकाना आस-पास का गांव है। स्थानीय बदमाशों का पता लगाने के लिए जेवर-रबूपुरा में रहने वाले या सक्रिय बदमाशों की कुंडली खंगाली जा रही है। पुलिस ने पिछले पांच साल का रिकार्ड निकाला है।