मोदी के संसदीय क्षेत्र में धरने पर क्यों बैठे शास्त्रीय संगीत के दिग्गज

लखनऊ अगस्त। भ्रष्टाचार पर ‘जीरो टालरेंस’ के दावे वाली प्रदेश की भाजपा सरकार के कार्यकाल में प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भ्रष्टाचार से त्रस्त शास्त्रीय संगीत और नृत्य के दिग्गज नाराज हैं। इन सभी ने ‘वंदेमातरम्‘ और ‘भारत माता की जय’ ‘भ्रष्टाचार बंद करो-बंद करों’ के नारों के साथ लूट के खिलाफ आवाज बुलंद की। यह पहला मौका है जब विख्यात ख्याल गायक पद्मभूषण पं. राजन मिश्र-पं. साजन मिश्र समेत कई नामचीन कलाकार भ्रष्टाचार के खिलाफ धरने पर बैठे। सोमवार को राजन-साजन मिश्र के सामने सरकार का पक्ष रखने के लिए प्रदेश के सूचना एवं जनसंपर्क राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी व नगर आयुक्त नितिन बंसल पहुंचे। इनके बीच करीब दो घंटे बातचीत हुई है। बैठक के बाद नीलकंठ ने कहा कि कहा कि जहां से शिकायतें है उनकी जांच के आदेश दे दिये गए है। पूरा काम डीपीआर के मुताबिक ही होगा। उन्होने कहा कि सपा सरकार के दौरान हुए कामों में ज्यादा गड़बड़ी थी उसके भी जांच के आदेश पहले ही दिये जा चुके है।
सभी कलाकार वाराणसी को विकसित करने के प्रधानमंत्री की हेरिटेज सिटी डेवलपमेंट एंड आग्मेंटेशन योजना (हृदय) की प्रशंसा कर रहें है, लेकिन नगर निगम के जिम्मेदार अफसरों और ठेकेदारों की मिलीभगत से पूरी योजना के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने से दुखी है। साजन मिश्र ने कहा कि हमने कई बार भ्रष्टाचार की शिकायत संबन्धित अफसरों से की। डीएम को भी इसकी जानकारी दी। लेकिन कोई हल नही निकला। अब हम सभी स्थानीय नागरिक इस भ्रष्टाचार के खिलाफ हस्ताक्षर सहित पत्र प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को देंगें।
इस मामले में डीएम वाराणसी ने कहा कि इस मामले में उन्हे कुछ पता नही है।
वाराणसी का कबीर चौरा मूलगादी से पिपलानी तिराहे के आसपास दर्जनों प्रतिष्ठित कलाकारों के आवास है। जिन्हे पदम पुरस्कार मिला हुआ है। जिसके कारण इसे पदम गली भी कहते हैं। रविवार की शाम को दिग्गजों ने पदयात्रा करने के बाद पिपलानी तिराहे पर धरना दिया। जिसमें पद्मविभूषण किशन महाराज के पुत्र पूरण महाराज, पंडित नरेंद्र मिश्र, धर्मनाथ मिश्र, विशाल कृष्ण, सौरभ-गौरव मिश्र, राहुल-रोहित मिश्र, राजेश मिश्र, कैलाशी रवींद्र सहाय समेत कबीरचौरा संगीत घराने के कलाकार व स्थानीय लोग शामिल थे।

क्या है मामला
हेरिटेज वॉक, 80 करोड़ से अधिक लागत वाली हृदय योजना का हिस्सा है, जिसमें बनारस घराने की सांगीतिक थाती सहेजने और पर्यटन का केंद्र बनाने के लिए हृदय योजना के तहत रामकटोरा से कबीरचौरा तक हेरिटेज वाक बनाया जा रहा है। इसके लिए 2.51 करोड़ की लागत से नृत्यांगना सितारा देवी, तबला वादक गोदई महाराज, पंडित किशन महाराज सहित 37 बड़े कलाकारों के घरों के साथ ही गलियों की साज संवारा जाना है। दोनों छोर पर गेट, दीवारों पर भित्ती चित्र, हरियाली के लिए बार्डर लाइन, गलियों में हेरिटेज लैंप पोस्ट लगाए जाने हैं। मकसद है कि दुनिया भर से आने वाले पर्यटक, गलियों में घूमकर कलाकारों को जान सकें और उनके घरों में बनने वाले छोटे-छोटे म्यूजियम को देख सकें। यह कार्य दिसंबर में शुरू हुआ लेकिन कलाकारों का आरोप है योजना के विपरीत कार्य कराया जा रहा है।
पद्मभूषण पं. साजन मिश्र ने कहा कि कोई भी काम डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) के मुताबिक नही हो रहा है। अधिकारी सुन नही रहे है ठेकेदार मनमानी कर रहे हैं। गलियों में पत्थर की जगह सीमेंट की टाइल्स बिछाई जा रही। हरियाली के लिए बार्डर लाइन और हेरिटेज लाइट तक का नहीं पता है। पांच माह में चार बार ठेकेदार को टोंका गया, इस संबंध में नगर निगम, डीएम, सीएम तक शिकायत की गई, लेकिन इसका संज्ञान नहीं लिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी अंधेरे में रखा जा रहा है। भ्रष्टाचार नहीं रूका तो वह विरोध के लिए किसी भी हद तक जाएंगे।
हृदय योजना में 34 सड़कों को दुरुस्त करने का काम शुरू है। 10 सड़कें नगर निगम साढ़े सात करोड़ सेे बना रहा है। वहीं 24 सड़कें केंद्रीय एजेंसी एनबीसीसी 29 करोड़ से बना रही है। जिसमें मातृ कुंड, पितृ कुंड, ईश्वरगंगी तालाब, संकुलधारा पोखरा, लक्ष्मी कुंड और लाटभैरव, कबीरचौरा में हेरिटेज वॉक ‘धरोहर यात्रा पथ’ और दशाश्वमेध गोदौलिया पर कल्चरल क्वार्टर।

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