माया का नया दांव: युवा जोड़ो गांव-गांव

 

लखनऊ। बीएसपी अपने संगठन में पूरी तरह से बदलाव कर रही है। युवा वोटरों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए पार्टी अपने संगठन में भी यूथ को तवज्जो दे रही है। बीएसपी प्रमुख मायावती लगातार संगठन की बैठकें ले रही हैं। विधान लोकसभा और विधानसभा प्रभारी बनाने के साथ ही बूथ स्तर तक संगठन तैयार करने पर उनका जोर है। मायावती ने साफ कह दिया है कि बूथ और सेक्टर स्तर पर पदाधिकारी बनाते समय यह ध्यान रखा जाए कि उनमें से 50 फीसदी यूथ होने चाहिए। इसी के आधार पर पदाधिकारी बनाए जा रहे हैं।
राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद मायावती लगातार लखनऊ में ही हैं। तब से वह लगातार संगठन की बैठकें ले रही हैं। लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए उन्होंने लोकसभा प्रभारी घोषित करने शुरू कर दिए हैं। वही लोकसभा में प्रत्याशी भी होंगे। इसके साथ ही विधानसभा प्रभारी भी बनाए जा रहे हैं, लेकिन इन्हें प्रत्याशी के तौर पर नहीं बल्कि संगठन विस्तार और आयोजनों की का जिम्मा सौंपा जा रहा है। उधर मायावती की मंडलवार रैलियां भी शुरू हो रही हैं। वह हर महीने दो मंडलों में एक रैली करेंगी। इसे ध्यान में रखते हुए वह दो मंडलों की रोज बैठक भी ले रही हैं।
बैठक में रैली की तैयारी का निर्देश देने के साथ ही हर जिले में विधानसभा प्रभारियों को जिम्मेदारी भी दी जा रही है। किसी जिले में 5 विधानसभाएं हैं तो इतने ही प्रभारी और विधायक या पिछले चुनाव के प्रत्याशियों को मिलाकर 6 लोगों की टीम बनाई जा रही है। वह सेक्टर और बूथ स्तर तक पदाधिकारियों की भी जानकारी ले रही हैं। जहां पहले से सेक्टर और बूथ पदाधिकारी हैं, वहां भी बदलाव कर कम से कम 50 फीसदी यूथ को जगह देने के निर्देश उन्होंने दिए हैं। जहां बनने हैं, वहां भी यही फॉम्र्युला लागू करने को कहा गया है।