नीट विरोधी प्रदर्शन जारी: दिनाकरन भी कूदे

 

चेन्नई। तमिलनाडु में छात्रों और युवा संगठनों द्वारा राष्ट्रीय योग्यता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) विरोधी प्रदर्शनों के बीच अन्नाद्रमुक (अम्मा) के उपमहासचिव टीटीवी दिनाकरण ने आज ‘‘सामाजिक न्याय की रक्षा’’ के मामले में आंदोलन की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक (अम्मा) की छात्र इकाई यहां नौ सितम्बर को विरोध प्रदर्शन करेगी। उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं ,छात्रों,अभिभावकों और अन्य लोगों से बड़ी संख्या में इसमे शामिल होने का आग्रह किया। दिनाकरण ने एक बयान में कहा कि राज्य सरकार की ‘‘मिलीभगत’’ से केन्द्र छात्रों पर नीट ‘‘लागू’’ कर रही है जिसके चलते मेडिकल कॉलेजों में दाखिला लेने का छात्रों का सपना प्रभावित हुआ है। सत्तारूढ़ पार्टी के हाशिये पर डाले गये उप प्रमुख ने नीट मुद्दे को लेकर अरियालुर जिले से 17 वर्षीय अनिता की आत्महत्या का मुद्दा उठाते हुए कहा कि ग्रामीण इलाकों में गरीबों के अधिकारों का ‘‘हनन करने वाली’’ प्रवेश परीक्षा को खत्म किया जाना चाहिए। दिनाकरण ने अन्नाद्रमुक की पूर्व प्रमुख के परीक्षा का विरोध किये जाने का जिक्र करते हुए कहा ‘‘ग्रामीण इलाकों में गरीबों को उनके अधिकारों से वंचित करने वाली नीट परीक्षा से मेडिकल कॉलजों में दाखिला लेने के गरीब छात्रों के सपने प्रभावित हुए है और इसे खत्म किया जाना चाहिए। अम्मा (पूर्व मुख्यमंत्री स्व. जे जयललिता) इस संबंध में दृढ़ संकल्प थी।’’ उन्होंने कहा ‘‘अम्मा के निधन के बाद से हम देख रहे है कि राज्य के हर अधिकार से समझौता किया गया और यह जारी नहीं रहना चाहिए। काफी संघर्ष के बाद मिले तमिलों के सामाजिक न्याय को बरकरार रखा जाना चाहिए।