कांग्रेस का हमला: रामराज्य और आरएसएस राज्य में फर्क

नई दिल्ली। कांग्रेस ने केंद्र की एनडीए सरकार और आरएसएस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि राम राज्य और आरएसएस राज्य में फर्क है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बीजेपी पर महात्मा गांधी के विजन के अर्थों को बदलकर उसे उत्पीडऩ के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। यही नहीं कांग्रेस ने अपनी वेबसाइट पर लिखे लेख में सॉफ्ट हिंदुत्व की ओर झुकाव का संकेत देते हुए कहा कि रामराज्य की अवधारणा उसकी ही है। सीधे पीएम नरेंद्र मोदी पर अटैक करते हुए कांग्रेस ने कहा कि उनके नेतृत्व को सिर्फ आरएसएस राज्य कहा जा सकता है, यह राम राज्य का आदर्श नहीं कांग्रेस ने कहा, वे भगवान राम के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को आगे बढ़ाने की बजाय कद को कौन किसकी पूजा करता है, के आधार पर छोटा कर रहे हैं। उनके राज्य में सभी आस्थाओं का सम्मान था। मोदी सरकार और उसके राजनीतिक क्रियाकलापों को सीधे तौर पर आरएसएस राज्य ही कहा जा सकता है। इसमें रामराज्य के आदर्शों का पालन नहीं किया जा रहा है। कांग्रेस ने कहा कि एनडीए सरकार और आरएसएस की नीतियां महात्मा गांधी के राम राज्य की उस अवधारणा के विपरीत हैं, जिसके तहत राष्ट्रपिता की कल्पना थी, भगवान राम बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक हैं। राम राज्य में सभी लोगों के लिए खुशियों के अवसर हैं और गुड गवर्नेंस की संस्कृति है।