शराब बिक्री पर एनसीपी ने यूपी सरकार को घेरा

लखनऊ। मोदी सरकार के लिए किसान की कोई पहचान नहीं है,देश को खाना खिलाने वाले इन योद्धाओं को कोरोना के खिलाफ युद्ध में पूरी तरह नजर अंदाज किया गया वहीं इस लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानें खोल कर केन्द्र और प्रदेश सरकार ने आम लोगों को कोरोना संक्रमण के भयंकर मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया है। यह जानकारी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी ) के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष उमाशंकर यादव ने जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी है
श्री यादव ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने लॉक डाउन से उत्पन्न, किसानों, खेती में काम करने वाले खेतिहरों और ग्रामीण जनता की समस्याओं पर उचित ध्यान नहीं दिया शारीरिक दूरी बनाए रखने, किसान मजदूरों को घरों में ही रुके रहने, बाजार व मंडियों में फसल ले जाने के संसाधन उपलब्ध ना होने तथा बाजारों के बंद रहने के कारण कटाई मे बहुत सी समस्याएं रही और रही सही कसर बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से खड़ी फसलें बर्बाद हो गई। इतनी ज्यादा समस्याओं के बाद भी देश के किसानों ने कड़ी मेहनत करके देश के लोगों के लिए भोजन उपलब्ध कराया है। पर सरकार ने खाद्य सुरक्षा में किसानों द्वारा दी गई इस सेवा को कोई सम्मान नहीं दिया।
वहीं लॉकडाउन के दौरान जब शराब की दुकाने खुली तो देश और प्रदेश भर में खुलेआम सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गई एक ओर जहां कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है वहीं दूसरी ओर शराब की दुकान खोलकर भाजपा सरकार ने घोर लापरवाही की है इसका नतीजा जल्द ही सबके सामने आने वाला है।