माया बोलीं: केस वापस लेना बड़ी गलती

लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया है। मायावती ने कहा कि सपा से गठबंधन बसपा की भूल थी। मायावती ने कहा कि 2 जून 1995 के मुकदमे को वापस लेकर एक बड़ी गलती की है और हमें उनसे हाथ नहीं मिलाना चाहिए था। हमें थोड़ी गहराई से विचार करना चाहिए था। मायावती ने कहा मुलायम सिंह यादव ने भी उनकी पार्टी को तोडऩे का काम किया था। अखिलेश ने भी यही गलती दोहराई है। सपा की इस हरकत से उसका दलित विरोधी चेहरा सामने आ गया है।
मायावती ने कहा कि हम पर दूसरे दलों से मिले होने का आरोप बेबुनियाद है। मायावती ने दावा किया कि राज्यसभा चुनाव को लेकर उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से संपर्क करने का प्रयास किया था। इसके लिए उन्होंने बसपा के राष्ट्रीय महामंत्री सतीश चंद्र मिश्रा को जिम्मेदारी दी थी। सतीश चंद्र मिश्रा ने सपा से संपर्क के लिए फोन भी किया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया और कोई संपर्क भी नहीं किया।मायावती ने कहा है कि राज्यसभा चुनावों में हम सपा प्रत्याशियों को बुरी तरह हराएंगे। इसके लिए हम अपनी पूरी ताकत झोंक देंगे। इसके लिए अगर हमें भाजपा या किसी अन्य पार्टी के प्रत्याशी को अपना वोट देना पड़े तो हम वो भी करेंगे।मायावती ने बागी बसपा विधायकों पर कार्रवाई करते हुए असलम राईनी, हाकिम लाल बिंद, हरगोविंद भार्गव, सुषमा पटेल, असलम अली, वंदना सिंह और मुज्तबा सिद्दीकी को पार्टी से निलंबित कर दिया है। उन्होंने कहा कि भविष्य में इन सभी को कभी भी बसपा में शामिल नहीं किया जाएगा।