बीटीएस: संगीत, सीमाओं, राष्ट्रीयता और उम्र से परे

नई दिल्ली। बीटीएस ने एक चैनल से अपने संगीत, आने वाली एल्बम और मौजूदा माहौल को लेकर खुलकर बात की। बीटीएस ने महामारी के दौरान भी अपने फैंस से संगीत के जरिए जुड़े रहने पर बातचीत की। उन्होंने कहा, हमें लगता है कि इस महामारी के दौरान भी संगीत राष्ट्रीयता, उम्र और कई बाधाओं को पार करता है. हमारे लिए यह सुनना काफी उत्साहजनक है कि कैसे इस मुश्किल समय में भी हमारे संगीत ने प्रेरणा और ऊर्जा दी. और हमें लगता है कि इससे उबरने का तरीका हम सभी को अपने साथ ही खींचना है। म्यूजिक को लेकर बीटीएस के मेंबर्स ने कहा, हम उन भाषाओं में भी गाने सुनते हैं जिन्हें हम समझ नहीं पाते हैं. संगीत, सीमाओं, राष्ट्रीयता और उम्र से परे है। बैंगटैन बॉयज यानी बीटीएस से उनकी उपलब्धियों के बावजूद उनकी सादगी को लेकर भी सवाल किया गया. इस पर उन्होंने कहा, यह सभी बहुत ही शानदार चीजें हैं, जिसे हम अभी तक नहीं समझ पाए हैं. कई ऐसे तत्व हैं, जिन्होंने हमें यहां तक पहुंचने में मदद की है. हो सकता है कि यह हमारी मेहनत और लगन हो, लेकिन हमें पूरा विश्वास है कि यह आर्मी का प्यार ही है, जिसके वजह से यह सब संभव हो पाया है. यही एक महत्वपूर्ण चीज है, जिसने हमें अभी तक जमीन से जोड़े रखा है।
बीटीएस ने अपने अपकमिंग एल्बम बी और एक साथ अपने काम करने के तरीके पर भी बातचीत की. उन्होंने कहा, यह ट्रैक बाय ट्रैक और केस बाय केस पर निर्भर करता है. अपकमिंग एल्बम के लिए हम ज्यादा कुछ नहीं कह सकते. लेकिन हर सदस्य अपना काम करता है, जैसे लीरिक्स, ट्रैक्स, आइडिया और काफी कुछ. यहां तक कि फैशन और कवर्स जैसी चीजें भी. इस एल्बम पर काम करते हुए हमारे सदस्य अपने विचारों को लेकर काफी बेबाक हैं. इसलिए एक साथ हम कई भावनाओं और विचारों पर बात करते हैं और उस सभी के जरिए ही एल्बम बनाते हैं. हम इस प्रोजेक्ट में अपना काफी योगदान दे रहे हैं।
साउथ कोरिया के बॉयबैंड बीटीएस ने दूसरे देशों में भी कॉन्सर्ट किये हैं. ऐसे में उनसे भाषा के अंतर को लेकर भी बातचीत की गई. इसपर उन्होंने कहा, जब संगीत की बात आती है तो भाषा से जुड़ी कोई बाधा नहीं होती है. हम भी उन भाषाओं के गाने सुनते हैं, जिन्हें हम समझ भी नहीं पाते हैं. संगीत लोगों से जुडऩे का एक जरिया है. हम इसके लिए आर्मी का धन्यवाद करते हैं कि हमारी भाषा न बोलने और समझ पाने के बाद भी वह हमारे गानों को सुनते हैं। बीटीएस ने इंडियन आर्मी को संदेश देते हुए कहा, सबसे पहले आप सभी के प्यार और समर्थन का धन्यवाद, भले ही हम वहां नहीं हैं. हमें नहीं लगता कि हम कुछ एक चीज ही कह सकते हैं. अगर यह समय खत्म हो जाता और तो हम वहां रहना चाहते और अपनी इंडियन आर्मी से मिलना चाहते. उनके साथ डांस करना चाहते, गाना गाना चाहते. हम सच में उन्हें नमस्ते कहना चाहते हैं वहां रहकर उनसे जुडऩा चाहते हैं।