अमृतांशु मिश्र। रेप का आरोप लगने के बाद देश छोडक़र भागने वाला बाबा नित्यानंद एक बार फिर चर्चा में है। देश से भागने के बाद बाबा ने आस्ट्रेलिया के पास एक द्वीप खरीद कर खुद देश कैलाशा बनाया है। इस बार चर्चा में है कैलाशा के लिए वीजा सुविधा करने पर। बताना जरूरी है कि 2019 में तमिलनाडु के एक कपल ने आरोप लगाया कि कथित स्वामी ने उनके बच्चों का अपहरण कर लिया और अहमदाबाद के आश्रम में उन्हें बंधक रखा। इसके बाद उसके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई। 19 साल की एक महिला के अपहरण और टॉर्चर करने का भी आरोप लगा।
रेप का आरोप लगने के बाद भगोड़ा हुए कथित कथावाचक नित्यानंद ने एक साल पहले कैलासा नाम का ‘संप्रभू हिंदू राष्ट्र’ की स्थापना की थी। अब उसने अपने देश कैलासा के लिए पर्यटकों को 3 दिन का वीजा देना शुरू किया है। रहस्यमयी देश कैलासा जाने के लिए यात्रियों को पहले ऑस्ट्रेलिया जाना होगा और इसके बाद वह प्राइवेट चार्टर्ड फ्लाइट गरुड़ के जरिए नित्यानंद के देश जा सकते हैं। प्रवचनकर्ता का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह इस तरह की घोषणाएं करता दिखता है।
विवादित प्रवचनकर्ता 2019 में रेप ट्रायल से बचने के लिए देश से भाग गिया था। नित्यानंद ने कहा है कि आंगतुक उसके देश में तीन दिन से अधिक समय तक नहीं रुक सकते हैं। इस दौरान उन्हें एक बार ‘परम शिव’ का एक बार दर्शन कराया जाएगा। नित्यानंद ने कहा, ”आज से आप कैलासा के लिए वीजा अप्लाई कर सकते हैं। आपको खुद ऑस्ट्रेलिया आना होगा। ऑस्ट्रेलिया से कैलासा की अपनी चार्टर्ड फ्लाइट सर्विस है।” इसमें नित्यानंद यह भी कहता है कि कृपया तीन दिन से अधिक का वीजा ना मांगें। नित्यानंद ने कहा है कि सभी पर्यटकों के लिए रहने और खाने की व्यवस्था मुफ्त होगी। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया आने की व्यवस्था उन्हें खुद करनी होगी। ऑस्ट्रेलिया से कैलासा लाने और फिर वापस पहुंचाने का खर्च नित्यानंद के संगठन की ओर से उठाया जाएगा। ‘नित्यानंद ध्यानपीठम’ नाम से धार्मिक समूह बनाने वाला नित्यानंद हमेशा विवादों में रहा है। उस पर रेप, अपहरण और बच्चों को बंधक बनाए रखने जैसे गंभीर आरोप हैं। बाद में उसी साल पुलिस ने घोषणा की कि वह देश से भाग गया है। सरकारी एजेंसियां उसकी तलाश में हैं। बाद में खबर आई कि उसने कैलासा नाम का एक देश बसा लिया है। हालांकि, इसको लेकर कई सवाल कायम हैं। इसके आधिकारिक वेबसाइट पर बताया गया है कि यह डिजिटल हिंदू राष्ट्र है।