आरएसएस अंतरराष्ट्रीय शांति-सुरक्षा के लिए खतरा : पाकिस्तान

नई दिल्ली। ओसामा बिन लादेन से लेकर दाऊद इब्राहिम तक और मसूद अजहर से लेकर हाफिज सईद तक, दुनिया के अधिकतर खूंखार आतंकवादियों और उनके संगठनों को पालने-पोसने वाले पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ और हिंदुत्व को खतरा बताया है। दुनियाभर में आतंकवाद का एक्सपोर्ट करने वाले पाकिस्तान ने यहां तक कहा कि आरएसएस जैसे राष्ट्रवादी समूह क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय शांति-सुरक्षा के लिए खतरा हैं। यूएन में पाकिस्तान के राजदूत मुनीर अकरम ने मंगलवार को 15 सदस्यीय सिक्यॉरिटी काउंसिल से कहा कि हिंसक चरमपंथी वर्चस्ववादी समूहों को आतंकवादी संगठनों की तरह बैन किया जाए। आतंकवाद और निर्दोषों का खून बहाने वालों का बेशर्मी से बचाव करने वाले पाकिस्तान ने अंतराष्ट्रीय मंच का दुरुपयोग करते हुए यहां तक कहा कि इस तरह के संगठनों की वजह से जवाबी हिंसा को बढ़ावा मिलेगा। अकरम ने यूएनएससी में कहा, ”इस तरह के हिंसक नस्लवादी और चरमपंथी आतंकवाद अनिवार्य रूप से जवाबी हिंसा को बढ़ावा देंगे और ढ्ढस्ढ्ढस् और अल-कायदा जैसे आतंकवादी संगठनों के डायस्टोपियन कथा को मान्य करेंगे।” अकरम ने यह भी कहा कि हिंदुत्व की विचारधारा से भारत में मुस्लिम आबादी को डराया जा रहा है। आतंकवाद को फंडिंग देने के लिए एफएटीएफ की ओर से मुंह पर कालिख पोते जाने से डरे पाकिस्तान के दूत ने राष्ट्रवादी संगठन को हिंसक बताते हुए इसके फंडिंग पर रोक लगाने की मांग की।