गोरखपुर के लाल नीतीश ने किलिमंजारो पर फहराया तिरंगा

डेस्क। गोरखपुर के लाल के नाम से जाने जानेवाले शहीद सैनिक के पुत्र पर्वतारोही नीतीश सिंह ने अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो पर फहराया तिरंगा। नीतीश सिंह राजेंद्र नगर पश्चिमी न्यू कॉलोनी के निवासी हैं मूल निवास ग्राम सभा – रामपुर गोपालपुर (गोनरपुरा) विकासखंड – चरगांवा, जिला गोरखपुर के निवासी हैं। नीतीश सिंह दिल्ली यूनिवर्सिटी के किरोड़ीमल्ल कॉलेज से बी कॉम की पढ़ाई की है एवं गोरखपुर विश्वविद्यालय से बी.बी.ए. द्वितीय वर्ष के छात्र है। अभियान के लिए गोरखपुर के युवा पर्वतारोही नीतीश सिंह को उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने भारत का गौरव तिरंगा झंडा देकर माउंट किलिमंजारो को फतह करने के लिए रवाना किये थे एवं बधाई एवं शुभकामनाएं भी दिये थे। नीतीश सिंह गोरखपुर से 17 तारीख को अपने मिशन के लिए निकल चुके थे 19 जनवरी को वह अफ्रीका महाद्वीप के तंजानिया शहर पहुँचे। पर्वतारोही नीतीश ने 23 जनवरी को अफ्रीका के सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो की चढ़ाई की सुरुआत किया एवं वह 25 जनवरी को माउंट किलिमंजारो के बेस कैंप तक पहुंच गये। 25 जनवरी की रात जब हिंदुस्तान के लोग सो रहे थे तभी गोरखपुर के युवा पर्वतारोही नीतीश सिंह भारत की आन बान शान बढ़ाने के लिए रात के 11:30 बजे से माउंट किलिमंजारो को फतह करने के लिए निकल चुके थे रात का समय तो था ही एवं ऊपर की चोटी पर करीब 120 से 150 की रफ्तार से हवाएं चल रही थी शरीर जमा देने वाला माइनस – 20 डिग्री का तापमान भी था पर उनके हौसलों को डिगा न सकी क्योंकि तिरंगे की आन बान शान को बढ़ाना था नीतीश 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन सुबह 6:50 पर अफ्रीका के सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो (5895 मीटर) पर भारत का गौरव तिरंगा फहराया। लक्ष्य को फतह करना उनके लिए बहुत ही जरूरी इसलिए भी था क्योंकि उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने भारत का गौरव तिरंगा झंडा दिया था तिरंगा झंडा के साथ-साथ माननीय मुख्यमंत्री जी का भी मान सम्मान बचाना था इस चढ़ाई में हमें बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ा। माइनस -20 डिग्री तापमान होने की वजह से नीतीश की उंगलियां पूरी तरह से जम गई थी अभी भी पूर्ण रूप से काम नहीं कर रही हैं।